लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तारए बाकी ठगों की तलाश जारी
गोपेश्वर, 27 मई (उहि)। चमोली पुलिस ने लोन दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। यह ठग बहराइच उत्तर प्रदेश का है और गाजियाबाद से ठगी का धन्धा संचालित कर रहा था। इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि विगत 24 मई को ’भरत सिंह पुत्र चन्द्रसिंह निवासी उमराकोट बैडाणू (देवलीबगड) थाना कर्णप्रयाग जनपद चमोली’ द्वारा किसी अज्ञात व्यक्ति दवारा फोन के माध्यम से 20,00,000 (बीस लाख रुपये) लोन देने की बात कर 9,00,000 रु0 (नौ लाख रुपये) की धोखाधड़ी करने के सम्बन्ध में कोतवाली कर्णप्रयाग में धारा 420 के तहत मामला दर्ज कराया गया था। मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस उपाधीक्षक कर्णप्रयाग की देखरेख में तत्काल अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम गठित की गयी। पुलिस टीम द्वारा कुशल सुरागरसी-पतारसी एवं सर्विलांस की मदद से अभियोग से सम्बन्धित अभियुक्त ’श्रवण कुमार पुत्र हरीश चन्द्र हाल निवासी हाउस न0- 101 खोडा कालोनी, राजीव विहार, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) मूल निवासी बाघौली नानपारा जिला बहराइच उत्तर प्रदेश’ को गिरफ्तार कर अभियोग से सम्बन्धित ’01 लैपटॉप, दो मोबाईल फोन तथा बीस हजार रुपये की नकदी बरामद की गयी। अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है, एवं अभियुक्त के अन्य साथियों की तलाश की जा रही हैं।
पुलिस अधीक्षक चमोली ने उक्त मुकदमे के शीघ्र अनावरण हेतु पुलिस टीम को 2500 रुपये नगद ईनाम देने की घोषणा की गयी है। अभियुक्त के द्वारा पूछताछ में बताया गया कि उसने व मेरे साथियों ने अपनी एक धनी इण्डिया बुल्स हाऊसिंग फाइनेंस लिमिटेड के नाम से एक वर्चुअल फर्म बना रखी है। जिसका विज्ञापन वे लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डालते हैं । उस एड में अपना नम्बर भी डाल कर रखते हैं, ताकि जिसे लोन की आवश्यकता हो वह हम से सम्पर्क करें। जब कोई व्यक्ति जिसे लोन की आवश्यकता होती है, वह हम से सम्पर्क करता है तो हम उसे लोन देने का झांसा देकर प्रोसिसिंग फीस और अन्य चार्जेज के नाम पर धोखाधड़ी से रुपये प्राप्त कर लेते हैं
पुलिस टीम में कोतवाली कर्णप्रयाग के उप निरीक्षक, आरक्षी महेश त्यागी, आरक्षी मुकेश राणा एवं आरक्षी एसओजी यतेन्द्र पुलिस कार्यालय गोपेश्वर शामिल थे।