ये कश्मीर की चंचल- वेगवती मधुमती नदी है : न हिंदू है, न मुसलमान ! केवल प्रकृति की नैसर्गिक देन
—जयसिंह रावत
उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले की यह चंचल और बर्फीली नदी मधुमती है। इसका नामकरण ही हिंदू राजवंश के लम्बे शासन की याद दिलाता है। हमारे उत्तराखंड जैसे राज्यों में धर्म विशेष के अनुयायियों को खुश करने के लिए धड़ाधड़ प्रमुख स्थलों, नदियों ,पुलों के नाम बदले गये। नामकरण अभियान जारी है। लेकिन कश्मीरियत की खाशियत देखिये यहाँ किसी ने न तो नदी का नाम बदलने की जरूरत समझी और न तो किसी ने ऐसी मांग की। वह इसलिए कि नदी न हिंदू होती है और न मुसलमान। नदी प्रकृति की देन है। वह किसी से भेदभाव नहीं करती।
जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से तेज बहाव वाली इस नदी में नहाने और कपड़े धोने पर प्रतिबंध लगा रखा है। यह प्रतिबंध सन 2021 से है।
एक अधिकारी के अनुसार गर्मियों में नाले मधुमट्टी में पानी का बहाव काफी बढ़ जाता है और कुछ लोग, खासकर बच्चे उक्त नाले में तैरने और नहाने के लिए बाहर जाते हैं, जिससे उनकी जान जोखिम में पड़ जाती है। उन्होंने कहा कि इस प्रवृत्ति के कारण अतीत में डूबने से लोगों की मौत हो चुकी है।
इस संबंध में उपायुक्त बांदीपोरा द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि उपरोक्त के मद्देनजर, और कीमती जीवन की सुरक्षा के लिए एहतियाती उपाय के रूप में, यह आदेश दिया जाता है कि नाले मधुमती में तैरने और स्नान करने पर तत्काल प्रभाव से पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। प्रभाव से अगले आदेश तक।
आदेश में कहा गया है कि तहसीलदार (कार्यकारी मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी), बांदीपोरा, एसएचओ बांदीपोरा, सहायक कार्यकारी अभियंता, 1 और एफसी, बांदीपोरा, और सहायक निदेशक, मत्स्य पालन, बांदीपोरा, नाला मधुमती के किनारे और इस आदेश के कार्यान्वयन पर कड़ी निगरानी रखेंगे।