अन्य

टीएमयू के एफओईसीएस में इंटरनेट ऑफ थिंग्स- आईओटी पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला

इंटरनेट ऑफ थिंग्स इंडस्ट्रीज के लिए क्रान्ति: प्रो. रघुवीर सिंह 

ख़ास बातें :

  • खुद को प्रेरित करना ही सफलता का एकमात्र मूल मंत्रः वीसी
  • ट्रेनर रहमान ने प्रतिभागियों को सिखाया आईओटी का सही प्रयोग
  • इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स को यूनिवर्सिटी का पूर्ण सहयोगः प्रो. मंजुला
  • सीखने में छात्र समय और शक्ति का करें सदुपयोगः प्रो. द्विवेदी

मुरादाबाद, 29 नवंबर (भाटिया) ।तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने कहा, इंजीनियरिंग फैकल्टी छात्रों में सेल्फ मोटिवेशन पैदा करने का काम कर रही है। नए कौशल सीखने के लिए खुद को प्रेरित करना ही सफलता का एकमात्र मूल मंत्र है। इन स्माार्ट डिवाइसेज टू यूज करके हम भी स्मार्ट होते जा रहे हैं। इंटरनेट ऑफ थिंग्स सभी इंटस्ट्रीज के लिए क्रांति है। इस प्रकार के कार्यक्रम हमेशा छात्रों की गुणवत्ता में सुधार करते हैं। प्रो. सिंह तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड संचार इंजीनियरिंग विभाग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, टेक्नेक्स 23, आईआईटी वाराणसी और इनोवियन टेक्नोलॉजीज चारों की संयुक्त रूप से इंटरनेट ऑफ थिंग्स- आईओटी पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में बोल रहे थे।

इससे पहले वाइस चांसलर प्रो. रघुवीर सिंह, एसोसिएट डीन प्रो. मंजुला जैन, निदेशक सीसीएसआईटी प्रो. आरके द्विवेदी ने मां सरस्वती के समक्ष पुष्प अर्पित करके मां सरस्वती की वंदना के साथ वर्कशॉप का शुभारम्भ किया। प्रतियोगिता के प्रथम चरण में यूनिवर्सिटी स्तर पर कार्यशाला में गर्वित अरोरा, मोहम्मद तनवीर, उज्ज्वल और शाहिल ने प्रथम विजेता रहे जबकि सौम्या राकेश कुमार, पारस जैन, अनमोल और आयुष सेकेंड विजेता रहे। अब ये स्टुडेंट्स प्रतियोगिता के आगे के चरण में हिस्सा लेंगे।

कॉरपोरेट ट्रेनर मोहम्मद असदुर रहमान ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने वास्तव में मुख्य तकनीक के बारे में जाने बिना आईओटी का उपयोग करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि अगर आप पेटीएम या गूगल पे का इस्तेमाल करते हैं तो यह आईओटी का उदाहरण है। इसमें कैमरा एक सेंसर डिवाइस है और मोबाइल इंटरनेट के जरिए बैंक सर्वर को जानकारी भेज रहा है। उन्होंने बताया कि यह वर्कशॉप उन्हें रास्पबेरी पाई आईओटी डिवाइस की मदद से दुनिया में कहीं भी अपने घरेलू उपकरणों से डेटा प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षित करेगी। एसोसिएट डीन मंजुला जैन ने कहा कि यूनिवर्सिटी इनक्यूबेशन सेंटर भी इस तरह के इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स के लिए सहयोग कर रहा है। उन्होंने टेक्नेक्स 23 और आईआईटी, वाराणसी की वर्कशॉप के अगले चरण के लिए प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं।

प्राचार्य प्रो. द्विवेदी ने बताया, संस्थान को और अधिक सक्षम बनाने के लिए निरंतर इस तरह के वर्कशॉप कराना हमारा लक्ष्य है। हमने कई वर्कशॉप, कॉन्फ्रेंस, गेस्ट लेक्चर, ट्रेनिंग, इंडस्ट्रियल विजिट आदि कराते हैं, जिससे हमारे छात्र-छात्राएं उच्चतम स्किल को प्राप्त कर अच्छी जगहों पर प्लेसमेंट पा सकें। स्टुडेंट्स को अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए और नई चीजों को सीखने में अपनी पूरी शक्ति को लगाना चाहिए। डॉ. पंकज गोस्वामी ने वर्कशाप की थीम को बताते हुए कहा, वर्तमान में हम सभी आईओटी को मोबाइल और स्मार्ट वॉच के रूप में लगभग अपने साथ लेकर चलतेे हैं। आईओटी गाड़ियों की मैन्युफैक्चरिंग से लेकर 5जी कम्युनिकेशन तक हर जगह प्रयोग किया जा रहा है। भविष्य में मैन टू मशीन इंटरफेस मार्केट की परिस्थितियों को बदल देगा। उसके अनुसार यदि हमने अपने में स्किल्स और क्वालिटी को अपने में इंप्रेस कर लिया तो हम भविष्य की सभी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। अंत में इलेक्ट्रिकल विभाग की एचओडी डॉ. गरिमा गोस्वामी ने वोट ऑफ थैंक्स दिया। बीटेक प्रथम वर्ष की छात्राओं मिसबा तैयब और खुशबू खन्ना ने उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन किया।

 

उल्लेखनीय है, यह प्रतियोगिता तीन चरणों में होगी। पहले राउंड में अप्रैल, 2023 तक भारत में विभिन्न 30 क्षेत्रीय केंद्रों एवम् कॉलेजों में एक कार्यशाला आयोजित की जाएगी। दूसरे राउंड में जोनल सेंटर में पर जोनल राउंड प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। राउंड तीन में वर्कशॉप और दो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीमों को 17-19 मार्च, 2023 के दौरान सभी जोनल सेंटर विजेता टीमों के बीच टेक्नेक्स 23, आईआईटी वाराणसी में एक फाइनल राउंड प्रतियोगिता में सीधे प्रवेश मिलेगा। फाइनल राउंड में विजेता टीम को उत्कृष्टता पुरस्कार का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। वर्कशॉप में डॉ. अलका वर्मा, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. शुभेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. दिवाकर पाठक, श्री राहुल विश्नोई, श्री प्रशांत कुमार, श्री उमेश कुमार सिंह, श्री नीरज कौशिक, श्री शशांक मिश्रा, श्री मयूर अग्रवाल,श्री प्रदीप कुमार वर्मा आदि की मौजूदगी रही।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!