जब चित्तौड़ की रानी कर्णावती ने मुगल बादशाह को भेजी रखी हुमायूं
-अनंत आकाश –
रक्षाबंधन की यह ऐतिहासिक कहानी रानी कर्णावती और मुगल सम्राट हुमायूं से जुड़ी हुई है।चित्तौड़ की रानी कर्णावती ने हुमायूं को राखी भेजी थी। इसके बाद से इस त्योहार को मनाने की परंपरा शुरू हुई।
रानी ने मुगल सम्राट को राखी भेज कर दुश्मन से अपने राज्य की रक्षा की मदद की गुहार लगाई थी, जिसके बाद हुमायूं ने कर्णावती की मदद करने का फैसला किया था तथा युद्ध में चितौड़ पर दुश्मन के कब्जे के बावजूद भी ,दुश्मन को परास्त कर रानी के बेटे को गद्दी सौंपकर अपना फर्ज निभाया ।
इस प्रकार रक्षाबंधन भाई बहिन के लिऐ एक दूसरे सम्मान तथा बचनबध्दता का पवित्र त्यौहार है ,जिसकी नीव सैकड़ों बर्ष पूर्व रानी कर्णावती तथा बादशाह हुमायूं ने रखी थी ।