दिल्ली के डिप्टी सीएम के घर सीबीआई छापे के बाद दिल्ली सरकार ने किया 12 आईएएस अधिकारियों का तबादला, केजरीवाल ने कहा हम न डरेंगे, न रुकेंगे
नई दिल्ली। दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के संबंध में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की छापामारी के कुछ घंटों बाद ही शुक्रवार को दर्जनभर आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया। दिल्ली सरकार के सेवा विभाग की ओर से जारी स्थानांतरण आदेश के अनुसार, जिनका स्थानांतरण किया गया है उनमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव उदित प्रकाश राय भी शामिल हैं जो 2007 बैच के एजीएमयूटी काडर के आईएएस अधिकारी हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल ने भ्रष्टाचार के दो मामलों में एक कार्यकारी अभियंता को गलत तरीके से लाभ पहुंचाने के लिए 50 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में राय के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की थी। आदेश के मुताबिक, राय को प्रशासनिक सुधार विभाग में विशेष सचिव के तौर पर स्थानांतरित किया गया है। दरअसल, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर और अफसरों के 30 ठिकानों पर शुक्रवार को सीबीआई ने छापा मारा था। जांच एजेंसी ने दावा किया कि सिसोदिया के निकट सहयोगी की कंपनी को कथित रूप से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। लेकिन सिसोदिया का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वह सीबीआई की जांच तथा उसकी छापेमारी से भयभीत नहीं हैं। आबकारी घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने केस भी दर्ज किया है। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया समेत 17 को आरोपी बनाया है। उन पर राजकोष को चपत लगाने और ठेकेदारों को लाभ देने का आरोप है। एफआईआर में पहला नाम सिसोदिया का है।
केजरीवाल ने कहा हम न डरेंगे, न रुकेंगे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि श्श्स्वतंत्र भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्रीश्श् मनीष सिसोदिया के खिलाफ श्ऊपर से मिलेश् आदेशों के तहत छापेमारी हमें परेशान करने के लिए की गई। केजरीवाल ने कहा कि ये कदम भारत को नंबर-एक बनाने के उनके अभियान की बाधाएं हैं, लेकिन वे इनके कारण रुकेंगे नहीं।
दिनभर पसरा रहा सन्नाट, मीडिया का रहा जमावड़ा
उपमुख्यमंत्री के आवास पर दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं, रोड पर मीडिया का जमावड़ा लगा रहा। सुरक्षा के लिहाज से मथुरा रोड पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। वहीं, पुलिस ने बैरिकेडिंग कर सर्विस रोड को बंद कर दिया। ऐसे में किसी भी अंजान शख्स को रोड से निकलने की अनुमति नहीं थी। वहीं, छुट्टी का दिन होने के कारण हाई कोर्ट बंद था। ऐसे में अन्य दिनों के मुकाबले सिसोदिया के आवास पर चहलकदमी कम रही।