उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू, इस बार 4 लाख मतदाता बढ़े
देहरादून, 2 अक्टूबर (उत्तराखण्ड हिमालया)। निर्वाचन विभाग ने उत्तराखण्ड में 2022 के शुरुआती महीनों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी हैं। चुनाव के लिये मतदाता सूचियां अपडेट की जा रही हैं। अब तक राज्य में मतदाताओं की संख्या 78 लाख पार कर चुकी है। वर्ष 2017 के चुनाव की तुलना में इस बार मतदाताओं में लगभग 4 लाख की वृद्धि हो चुकी है और अभी यह संख्या और अधिक बढ़ने की संभावना है। मतदाता सूची में आगमी 30 नवम्बर तक नाम शामिल किये जा सकते हैं। इन सूचियों का अंतिम प्रकाशन 5 जनवरी को होगा। उसके बाद निर्वाचन आयोग कभी भी चुनाव कराने की स्थिति में होगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सौजन्या ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि 01 जनवरी 2022 की अर्हता तिथि के आधार पर एकीकृत निर्वाचक नामावली के आलेख्य का प्रकाशन किया गया है। इस पर 1 नवम्बर 2021 से 30 नवम्बर 2021 तक दावे और आपत्तियां प्रस्तुत की जा सकती हैं। 30 नवम्बर तक प्रस्तुत दावों और आपत्तियों का निस्तारण 20 दिसंबर 2021 तक किया जाएगा। इसके बाद निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 5 जनवरी 2022 को किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत के ऐसे नागरिक जो दिनांक 01 जनवरी 2022 को 18 वर्ष या इससे अधिक की आयु पूर्ण कर रहे हैं, विधानसभा निर्वाचक नामावली में नाम सम्मिलित कराने के लिए प्रारूप-6 पर अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
30808 मतदाताओं की शुद्ध वृद्धि हुई
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 01 जनवरी 2021 की अर्हता तिथि पर 15 जनवरी 2021 को उत्तराखण्ड में 78 लाख 15 हजार 192 मतदाता थे। 01 जनवरी 2022 की अर्हता तिथि पर दिनांक 01 नवम्बर 2021 के आलेख्य में कुल मतदाताओं की संख्या 78 लाख 46 हजार हो गई है। इस प्रकार 15 जनवरी 2021 से 12 अक्टूबर 2021 के मध्य उत्तराखण्ड राज्य में 30 हजार 808 मतदाताओं की शुद्ध वृद्धि हुई है। प्रति हजार पुरूषों के सापेक्ष महिला लिंगानुपात में भी वृद्धि हुई है।वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्य में मतदाताओं की संख्या 7495672 थी।
80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता को मिलेगी पोस्टल बैलट से मतदान की सुविधा
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के नवीनतम दिशा-निर्देशों के अनुसार 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों, निर्वाचक नामावली में फ्लैग्ड किए गए दिव्यांगजनों के पोस्टल बैलट के माध्यम से मतदान की सुविधा प्रदान की जाएगी। उत्तराखण्ड राज्य में आलेख्य निर्वाचक नामावली के अनुसार 80 वर्ष से अधिक आयु के निर्वाचकों की संख्या 165113 है जबकि दिव्यांग निर्वाचकों की संख्या 53900 है।
1200 से अधिक मतदाता वाले मतदेय स्थलों को विभाजित किया गया
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विधानसभा निर्वाचक नामावली का 1 जनवरी 2022 की अर्हता तिथि के आधार पुनरीक्षण से पूर्व प्रारम्भिक तैयारियों के आलोक में मतदेय स्थलों के मानकीकरण भी किया गया। इसमें, किसी भी मतदाता को अपने आवास से मतदेय स्थल तक पहुंचने के लिए 2 किमी से अधिक पैदल दूरी तय न करनी पड़े, 1200 से अधिक मतदाता वाले मतदेय स्थलों को विभाजित किया जाना आदि बातों पर विशेष ध्यान दिया गया। आलेख्य प्रकाशन से पूर्व मतदेय स्थलों की कुल संख्या 11024 थी जो कि अंतिम रूप से एकीकरण के उपरांत 11647 हो गई है। प्रत्येक मतदेय स्थल पर भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार रैम्प, पेयजल, पर्याप्त फर्नीचर, विद्युत, हेल्प डेस्क, उचित संकेतांक, महिला व पुरूष के लिए अलग-अलग शौचालय, शेड जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं।