प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में आ रही शिकायतों की डीएम चमोली जांच कराएंगे
गोपेश्वर, 8 जून (उहि)।। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत जिले में एनपीसीसी के द्वारा निर्माणाधीन सड़कों की गुणवत्ता, कार्य की गति को लेकर आ रही शिकायतों के बाद इसके अधिकारियों, अभियंताओं की कार्यशैली पर प्रश्न उठने लगे हैं।अब नंदानगर घाट के अंतर्गत मोखमल्ला तक 5 किमी सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र सौप कर जांच की मांग उठाई हैं। जिलाधिकारी ने शिकायतों की जांच के लिए समिती गठित कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
दरअसल पीएमजीएसवाई के तहत निर्मित होने वाली मोटर सड़कों के निर्माण के तहत कटिंग एवं पेंटिंग का कार्य अपनी एजेंसियों आरडब्लूडी, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई खंडों पर अविश्वास जताते हुए एनपीसीसी को पूरे राज्य में अरबों रुपयों के काम सौप दिए हैं।इसी के तहत चमोली जिले में भी कई मोटर सड़कों के कटिंग एवं पेंटिंग का करोड़ों रूपयों का कार्य उसे सौप दिया है। किंतु पिछले कई महिनों से एनपीसीसी के कार्यों की गुणवत्ता, कार्य की गति, कार्य में भारी अनियमित्ताओं की ग्रामीणों के द्वारा लगातार शिकायतें बढ़ती जा रही हैं।यही नही जिले के विभिन्न क्षेत्र पंचायतों की बैठकों में एनपीसीसी की कार्यशैली को लेकर उसके खिलाफ निंदा प्रस्ताव तक पारित हों चुके हैं। किंतु शिकायतें हैं कि लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। मजेदार बात ये भी है कि करोड़ों रुपए की लागत से दो दर्जन के करीब सड़कों का निर्माण कर रही एनपीसीसी का जिले में डीवीजन अथवा सब डीवीजन कार्यालय तक नही हैं, ऐसे में आम जनता शिकायत करें भी तों किस से करें लोगों की खुद समझ में नही आ रही हैं।इसी संबंध में नंदानगर घाट के अंतर्गत धुर्मा कुंडी मोटर सड़क के किमी दो से मोखमल्ला तक 5 किमी सड़क के निर्माण में एनपीसीसी के द्वारा भारी अनियमित्ताओं को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें निर्माण कार्य की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। इस ज्ञापन को मोखमल्ला के पूर्व प्रधान अनुसूया देवी, भाजपा मंडल ईकाई घाट के पूर्व मंडल अध्यक्ष अब्बल सिंह नेगी, सुरेंद्र नेगी, राजूलाल आदि ने डीएम को सौंपा। ज्ञापन पर डीएम ने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।