रसोई गैस का अकाल, गौचर क्षेत्र में चूल्हे जलें तो कैसे ?
-गौचर से दिगपाल गुसाईं —
पिछले दो माह से अधिक समय से पालिका क्षेत्र के बंदरखंड सहित कई अन्य क्षेत्रों में इंडेन रसोई गैस की आपूर्ति न किए जाने से उपभोक्ताओं के सामने चूल्हा जलाने का संकट पैदा हो गया है।
जिस प्रकार से इंडेन रसोई गैस उपभोक्ताओं को दो दो महीने तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही है इससे सरकार के उन दावों की पोल खुलती जा रही है कि रसोई गैस की कोई कमी नहीं है। पिछले सालों तक लोगों को समय पर रसोई गैस उपलब्ध न होने पर जनता काआक्रोश सड़कों पर उतर आया था।तब तय किया गया था कि हर क्षेत्र में 21 दिनों के अंतराल में हर हाल में उपभोक्ताओं को रसोई गैस उपलब्ध कराई जाएगी।
लेकिन ताजुब तो इस बात का है कि पिछले सालों तक 400 रुपए में मिलने वाला गैस सिलेंडर 1000 के पार होने के बावजूद भी उपभोक्ताओं को समय पर रसोई गैस नहीं मिल पा रही है जिससे उनके सामने चूल्हा जलाने का संकट पैदा हो गया है।इसे गनीमत समझए कि भारत गैस लोगों की जरुरत पूरी कर रहा है। बंदरखंड महिला संगठन की अध्यक्ष विजया देवी,जमोत्री देवी, कंचन कनवासी, आदि का कहना है कि लंबे समय से इंडेन गैस एजेंसी कर्णप्रयाग उपभोक्ताओं को समय पर रसोई गैस उपलब्ध नहीं करा पा रही है। कर्णप्रयाग इंडेन गैस एजेंसी के संचालकों टका कहना है कि अभी वे क्षेत्र की आपूर्ति पूरी कर रहे हैं इसके बाद गौचर क्षेत्र का नंबर आ रहा है। कांग्रेस प्रदेश सचिव मुकेश नेगी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष सुनील पंवार आदि कख कहना है कि कर्णप्रयाग इंडेन गैस एजेंसी को समय पर रसोई गैस की आपूर्ति करनी चाहिए।ऐसा न करने पर गौचर क्षेत्र की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।