सावधान: 19 जुलाइ से फिर बरसने वाली है आसमानी आफत: 7 जिलों में अत्यन्त भारी बारिश की चेतावनी
-उषा रावत
देहरादून, 17 जुलाइ। मानसूनी आफत से प्रदेश के कई इलाके अभी पूरी तरह उभर भी पाये थे कि एक बार फिर मौसम विभाग की चेतावनी आ गयी। विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 19 जुलाई से फिर आसमान का मिजाज बिगड़ने वाला है और 20 तथा 21 जुलाई को तो उत्तराखण्ड के 13 में से कम से कम 7 जिलों में आसमान से आफत ही बरसने वाली है। अत्यन्त भारी वर्ष के कारण भूस्खलन और चट्टानों के गिरने की आशंका भी जताई गयी है। लोगों से नदी नालों से दूर रहने का कहा गया है।
राज्य आपदा परिचालन केन्द्र से जारी मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तराखण्ड में 19 जुलाइ को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चम्पावत, उधमसिंहनगर, तथा हरिद्वार जिलों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विभाग द्वारा जारी खतरे की लाल रंग की चेतावनी के अनुसार 20 जुलाइ को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चम्पावत, उधमसिंहनगर, तथा हरिद्वार जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने के साथ ही कहीं-कहीं अत्यन्त भारी वर्षा होने की संभावना है। इन जिलों में आसमानी आफत एक ही दिन में टलने वाली नहीं है।
मौसम विभाग द्वारा जारी लाल रंग की चेतावनी के अनुसार 21 जुलाइ को भी देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चम्पावत, उधमसिंहनगर, तथा हरिद्वार जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने के साथ ही कहीं-कहीं अत्यन्त भारी वर्षा होने की संभावना है। शेष जिलों में भी कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा 20 एवं 21 जुलाई को होने वाली है। मानकों के अनुसार 204.4 मिमी से अधिक वर्षा को अत्यन्त भारी वर्षा माना जाता है जो कि बेहद खतरनाक हो सकती है। बहुत भारी वर्षा 115.6 मिमी से 204.4 मिमी के बीच एवं भारी वर्षा 64.5 मिमी से लेकर 115.5 मिमी के बीच मानी जाती है।
जारी चेतावनी के अनुसार संवेदनशील इलाकों में मध्यम से बड़े भूस्खलन और चट्टान गिरने के कारण कहीं-कहीं सड़कों/राजमार्गों में अवरोध या कटाव हो सकता है। कुछ स्थानों पर नालों तथा नदियों के जलस्तर में अचानक भारी वृद्धि हो सकती है, जबकि निचले स्थानों पर जलभराव हो सकता है। इसलिये मौसम विभाग ने छोटी नदी और नालों के निकट रहने वाले लोगों और बस्तियों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। इसी प्रकार एक स्थान से दूसरे स्थान जाने वालों को भी सावधानी बरतने का कहा गया है। राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन तंत्र को भी मौसम विभाग ने सतर्क किया है।