गौचर नगरपालिका : चुनाव अभी दूर मगर विसातें पहले ही बिछनी लगीं
–-गौचर से दिग्पाल गुसांईं–
स्थानीय निकाय चुनावों की भले ही अभी तारीख तय न हुई हो लेकिन गौचर नगरपालिका के अध्यक्ष व सदस्य पद के संभावित दावेदारों ने अभी से जनता के बीच विसात बिछानी शुरू कर दी है।
जनपद चमोली की गौचर नगरपालिका का पांच साल का कार्यकाल इसी साल नवंबर माह में पूरा हो रहा है। पालिका के अध्यक्ष पद के संभावित दावेदारों ने विभिन्न कार्यक्रमो के माध्यम से जनता के बीच विसात बिछानी शुरू कर दी है।
इसके लिए भाजपा व कांग्रेस के संभावित दावेदार अभी से खासे सक्रिय नजर आने लगे हैं। मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में नगर पंचायत से उच्चीकृत कर बनाई गई नगरपालिका में तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष मुकेश नेगी को पालिका अध्यक्ष के रूप में दो साल तक काम करने का समय मिल पाया था। इसके पश्चात 2017 में हुए चुनाव के लिए गौचर नगरपालिका का अध्यक्ष पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित किया गया था।तब मुख्य मुकाबला भाजपा की अंजू बिष्ट तथा कांग्रेस की इंदू पंवार के बीच हुआ था।
हालांकि भाजपा में बगावत तो नहीं हुई लेकिन कांग्रेस के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अधिवक्ता महाराज सिंह लिंगवाल ने अपनी सेवानिवृत्त अध्यापिका पत्नी को टिकट न मिलने की वजह से निर्दलीय ताल ठोक थी।जिसकी वजह से कांग्रेस की उम्मीदवार इंदू पंवार को मात्र 17 वोटों के अंतर से हार का मुंह देखना पड़ा था।इस बार संभावना व्यक्त की जा रही है कि गौचर नगरपालिका के अध्यक्ष का पद सामान्य पुरुष के लिए आरक्षित होगा।इसी संभावना के मध्यनजर भाजपा वर्तमान पालिकाध्यक्ष अंजू बिष्ट के पति जयकृत बिष्ट जो कांग्रेस में रहकर नगर पंचायत उपाध्यक्ष तथा भाजपा में जाने के बाद मंडल अध्यक्ष के पद को सुशोभित कर चुके हैं, इसके अलावा नगर पंचायत व वर्तमान में पालिका के सभासद तथा जिला योजना के सदस्य व गौ सेवा आयोग के नामित सदस्य अनिल नेगी खासे नजर आ रहे हैं। कांग्रेस में पालिका अध्यक्ष पद के दावेदारों की फेरहिस्त भाजपा से थोड़ी लंबी नजर आ रही है। इसके लिए पूर्व प्रधानाचार्य जगदीश कनवासी, वर्तमान कांग्रेस नगर अध्यक्ष सुनील पंवार, पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष संदीप नेगी भी अपने अपने हिसाब से जनता के बीच विसात बिछाने में मशगूल लग रहे हैं। राजनीति में दखल रखने वालों कहना कि अगर कांग्रेस के संभावित दावेदारों में एका नहीं हुई तो हाई कमान दो बार अध्यक्ष रह चुके मुकेश नेगी पर दांव खेल सकती है। कारणवश यह सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित की जाती है तो एक बार पुनः भाजपा की वर्तमान पालिकाध्यक्ष अंजू बिष्ट व पिछले चुनाव में मात्र 17 वोटों से पराजित हुई कांग्रेस की वर्तमान महिला प्रदेश उपाध्यक्ष इंदू पंवार के बीच मुकाबला होने के आसार अभी से नजर आने लगे हैं।इसी प्रकार से वार्ड सभासदों के लिए भी दोनों दलों के संभावित दावेदारों ने सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। बहरहाल यह सब कुछ आरक्षण पर निर्भर करेगा।