क्षेत्रीय समाचारशिक्षा/साहित्य

सहायक निदेशक ने किया बोर्ड परीक्षार्थियों के साथ परीक्षा पर संवाद

 

देहरादून, 12 फ़रवरी (उ हि)। सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने शनिवार के दिन डोईवाला विकासखंड के विद्यालयों में बोर्ड परीक्षार्थियों से सीधा संवाद कर उनका मनोबल बढ़ाया।

सहायक निदेशक प्रातः 10:00 बजे राष्ट्रीय अटल उत्कृष्ट इंटरमीडिएट कॉलेज छिदरवाला पहुंचे विद्यालय की शैक्षणिक एवं प्रशासनिक व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए बोर्ड परीक्षार्थियों से सीधा संवाद किया, छात्र-छात्राओं की जिज्ञासाओं को शांत करते हुए उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है ,उसके लिए निरंतर परिश्रम की आवश्यकता होती है।

संकल्प शक्ति की निधि होती जिस पर जितनी ,दुनिया में वह उतना महान बन जाता है ,संकल्प असंभव को संभव कर दिखलाता ,परिश्रमी का पथ कोई रोक न पाता है।

राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की उपरोक्त पंक्तियों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि परिश्रम के लिए संकल्प की आवश्यकता होती है, और संकल्प का सीधा संबंध मन से होता है, इसलिए मन को बस में रखते हुए परिश्रम करना चाहिए और तब उसका जो भी परिणाम प्राप्त होता है ,अर्थात सफल हो गए तो ठीक और यदि कदाचित असफल हो गए तो शांत मन से स्वीकार करते हुए आगे नए सिरे से परिश्रम में जुट जाना चाहिए।

उपस्थित छात्र-छात्राओं शिक्षकों एवं अभिभावकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षक दौड़ता है ,तो विद्यार्थी चलता है, शिक्षक खड़ा रहता है तो विद्यार्थी बैठता है, और यदि शिक्षक बैठ जाता है ,तो विद्यार्थी लेट जाता है, इसलिए शिक्षक को कभी भी कक्षा में बैठना नहीं चाहिए ,,खड़े होकर अध्यापन करना चाहिए तो उसकी उस साधना का फल उसको उत्तम विद्यार्थियों के रूप में प्राप्त हो जाता है, और यही एक अच्छे शिक्षक का मंतव्य होता है/ परंतु विद्यालय को इसके लिए अभिभावकों का भी सहयोग चाहिए जो उन्हें पूर्ण मनोयोग से अभिभावकों द्वारा दिया जाना चाहिए।

विद्यालय में पहुंचने पर प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार थपलियाल ने डॉ. घिल्डियाल का स्वागत करते हुए कहा कि एक कुशल प्रशासक और विद्वान अधिकारी कुर्सी पर कम बैठता है ,और विद्यालयों का भ्रमण अधिक करता है, जिससे उनकी कार्य कुशलता और विद्वता का फायदा विद्यालयों को प्राप्त होता है ,और डॉक्टर साहब निरंतर भ्रमण करके इसका बखूबी पालन कर रहे हैं, जिससे शिक्षा जगत में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है।

इस अवसर पर सहायक निदेशक ने विद्यालय में वर्ष भर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को पुरस्कार भी वितरित किए, इसके बाद सहायक निदेशक राजकीय हाई स्कूल पशुलोक पहुंचे वहां भी बोर्ड परीक्षार्थियों के साथ परीक्षा पर चर्चा की और निर्धन छात्र छात्राओं को निशुल्क गणवेश वितरित किए।

इसके बाद अपने पूर्व विद्यालय आदर्श राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज आईडीपीएल में उनके सहायक निदेशक पद पर पहुंचने के फल स्वरुप स्वागत में विद्यालय परिवार द्वारा आयोजित बधाई समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने शिक्षकों से “निज गौरव का गुणगान रहे ,हम भी कुछ हैं यह ध्यान रहे” उक्ति को चरितार्थ करने के लिए कहा तो विद्यार्थियों को तनाव से मुक्त रहकर बोर्ड परीक्षा का सामना करने का साहस बंधाया भ्रमण के दौरान उन्होंने सभी विद्यालयों में प्रधानाचार्य को विद्यालय में लगे हुए समस्त शिलालेखों को द्वितीय राजभाषा संस्कृत में लिखने के सख्त निर्देश दिए/ आईडीपीएल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने उनके उच्च पद पर जाने की प्रसन्नता में आयोजित बधाई समारोह में विद्यालय परिवार की तरफ से पुष्पमाला, एवं अंग वस्त्र भेंट करते हुए उनसे विद्यालय के सर्वांगीण विकास में पूर्व की भांति मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद बनाए रखने की अपेक्षा की।

इस अवसर पर मनोज कुमार गुप्ता, सूरज मणि, रमाशंकर विश्वकर्मा, वीरपाल सिंह रावत, विजय पाल सिंह, पंकज सती, ललित जोशी, हरेंद्र राणा, दिवाकर नैथानी, बद्री प्रसाद सती, सरोज लोचन ,आभा भट्ट सहित सभी कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं और अभिभावक उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!