सरकार की उपेक्षा से नाराज भोजन माताएँ उतरी सडकों पर
–पोखरी से राजेश्वरी राणा —
उत्तराखंड भोजन माता कामगार यूनियन की पोखरी शाखा की भोजन माताओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ब्लॉक अध्यक्ष सुमन देवी के नेतृत्व में बाजार से तहसील तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया और उप जिलाधिकारी के माध्यम से सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन प्रेषित किया।
ज्ञापन के माध्यम से भोजन माताओं का कहना है कि वे गांवो की सबसे गरीब महिलाएं हैं, इस महंगाई के जमाने में उन्हें सरकार द्वारा बहुत कम मानदेय दिया जाता है। जिससे उन्हें अपने परिवार के भरण पोषण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । सरकारें लगातार उन्हें आश्वासन दे रहे हैं कि उनका मानदेय बढ़ाया जाएगा लेकिन आश्वासनों पर कोई अमल नहीं किया जा रहा है । लगातार उनकी मांगों की उपेक्षा की जा रही है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लगातार मध्यान्ह भोजन योजना के बजट में कटौती की जा रही है सरकार निजीकरण के जरिए इस महत्वपूर्ण कल्याणकारी योजना को नष्ट करना चाह रही है ।जिसे उनका संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा।
उनकी मांग है कि भोजन माताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए दाखवाना घंटी बजाना फुलवारी में पानी डाला अन्य काम दे जाए उन्हें ₹5000 मासिक मानदेय दिया जाय । 60 वर्ष की उम्र पूरी होने के बाद सेवानिवृत्त होने की होने पर पेंशन दी जाए। उन्हें वर्तमान में 11 माह का ही वेतन मिलता है । जून माह का वेतन नहीं दिया जाता है। लिहाजा उन्हें पूरे साल भर के 12 महीनो का वेतन दिया जाए ,भोजनमाताओ को सेवा से नहीं निकाला जाए जहां स्कूल बंद हो रहे हैं वहां की भोजन माताओं को अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों में समायोजित किया जाए। सेवा से निकाली गई भोजन माताओं को अविलंब बहाल किया जाए। मिड डे मील भोजन योजना का निजीकरण नहीं किया जाय। भोजनमाताओ को चिकित्सा सुविधा हेतू मासिक उनके मानदेय में अतिरिक्त पैसा दिया जाय ।
इस अवसर पर ब्लाक अध्यक्ष सुमन देवी , प्र्रदेश उपाध्यक्ष विजया डंगवाल ,ब्लाक उपाध्यक्ष ऊषा देवी , कोषाध्यक्ष सुषमा देवी , सचिव अनीता देवी ,प्रविता देवी , सुनीता देवी ,सरस्वती देवी , सावित्री देवी ,पूजा देवी ,सतेशवरी देवी ,रैजा देवी ,मधु देवी ,रेखा देवी ,चैना देवी ,बवीता देवी सहित तमाम भोजनमाताये मौजूद थीं ।