कर्मचारी से विवाद में देवाल के प्रमुख के समर्थन में उतरे ग्राम प्रधान और अन्य ब्लॉक प्रमुख
–महिपाल गुसाईं/हरेंद्र बिष्ट–
गोपेश्वर/थराली, 8 मई। विकासखंड देवाल के ब्लाक प्रमुख के साथ ब्लाक कार्यालय देवाल के वरिष्ठ सहायक के द्वारा कथित गाली-गलौच, अभद्रता, एवं शासकीय कार्यों में व्यवधान का मामला और अधिक तूल पकड़ता जा रहा हैं। कर्मचारी संगठनों के द्वारा जिले के तमाम कार्यालयों में काली पट्टी बांध कर शासकीय कार्यों का संपादन करने के बाद अब जोशीमठ, नागपुर पोखरी एवं थराली के ब्लाक प्रमुखों,प्रधान संगठन देवाल,प्रधान संघ अध्यक्ष जोशीमठ में देवाल के एक दर्जन क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने प्रमुख देवाल के समर्थन में जिलाधिकारी को पत्र भेजे हैं।
दरअसल 3 मई को देवाल प्रमुख दर्शन दानू एवं ब्लाक के वरिष्ठ सहायक हरविनय गुसाईं से वाद-विवाद एवं कथित मारपीट होने के संबंध में दोनों ओर से थराली थाने में क्रास केस दर्ज हुआ हैं। मामले में पिछले 4 मई से जहां एक ओर जिले के कई कर्मचारी संगठन प्रमुख के खिलाफ विधिक कार्यवाही की मांग करते हुए काली फीती बांध कर शासकीय कार्य कर रहे हैं और आज भी आंदोलन जारी हैं वही प्रमुख के पक्ष में भी त्रिस्तरीय पंचायतों के कई पदाधिकारी आगे आयें है।
प्रमुख के समर्थन में जोशीमठ के प्रमुख हरीश परमार, नागपुर की प्रमुख प्रीति भंडारी व थराली की प्रमुख कविता नेगी, जोशीमठ प्रधान संघ के अध्यक्ष अनूप नेगी के साथ ही देवाल प्रधान संघ के अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, संरक्षक नंदा बल्लभ मिश्रा, उपाध्यक्ष कंचना देवी, आंनद सिंह, सरिता देवी, अरविंद भंडारी, भवानी दत्त जोशी, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार, सचिव कलावती देवी, कलावती गड़िया व यशोदा देवी देवाल ब्लाक के कनिष्ठ प्रमुख हीरा सिंह परिहार,घेस की क्षेपंस रेखा घेसवाल, वांण की रामेश्वरी देवी,पलबरा की पूजा देवी,देवसारी के रमेश राम,सूया की चंद्र देवी, उलंग्रा के पान सिंह तुलेरा, नलधुरा के जसवंत सिंह,ओडर के पान सिंह गड़िया व सवाड की दीपा देवी ने जिलाधिकारी को भेजे पत्रों में वरिष्ठ सहायक के द्वारा प्रमुख के साथ किए गए बर्ताव की आलोचना करते हुए उनके खिलाफ कठोर कानून कार्यवाही करने की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि अगर 15 मई तक अपेक्षित कार्यवाही नही की गई तों पंचायत प्रतिनिधि आंदोलन छेड़ने पर मजबूर होंगे। कर्मचारियों के आंदोलन में कूदने के बाद अब पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा भी आंदोलन की चेतावनी के बाद विवाद के और अधिक तूल पकड़ने की संभावना बढ़नें लगी हैं।