आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को नॉन कम्युनिकेबल डिजीज रिवर्सल हेतु तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन

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—-uttarakhandhimalaya.in

देहरादून, 8  फ़रवरी।  आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग द्वारा आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को नॉन कम्युनिकेबल डिजीज रिवर्सल हेतु आयोजित कराए जा रहे तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हुआ।  कार्यक्रम  शुरुआत  06 फ़रवरी  को सचिव आयुष एवं आयुष शिक्षा, उत्तराखण्ड डॉ पंकज कुमार पाण्डेय, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुनील जोशी, अपर सचिव आयुष डॉ विजय कुमार जोगदाण्डे तथा अन्य विभागीय उच्चाधिकारियों जी उपस्थिति में हुयी थी ।

उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के 65 चिकित्साधिकारियों को आयुर्वेद के माध्यम से मधुमेह, उच्च रक्तचाप तथा हार्ट ब्लॉकेज रिवर्सल संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया है। उक्त प्रशिक्षण मधुमेह, उच्च रक्तचाप तथा हार्ट ब्लॉकेज रिवर्सल के क्षेत्र में कार्य कर रही विश्व के अग्रणी संस्थान माधवबाग के द्वारा कराया गया। माधवबाग संस्थान द्वारा आयुष विभाग के उक्त उक्त चिकित्सकों को आगे भी ऑनलाइन माध्यम से निरंतर प्रशिक्षण कराया जायेगा।

निदेशक आयुर्वेद प्रो अरुण कुमार त्रिपाठी द्वारा अवगत कराया गया कि डायबिटीज, ब्लॉकेज और उच्च रक्तचाप के रोगी बढ़ रहे हैं जिसका एलोपैथी के पास कोई पूर्ण उपचार उपलब्ध नहीं है, प्रशिक्षण प्राप्त कर आयुर्वेद चिकित्सकों में डायबिटीज आदि ग़ैर संचारी रोगों के रिवर्सल में नवीनतम ज्ञान प्राप्त हुआ है व उनके आत्मविश्वास में अत्यधिक वृद्धि हुई है।

प्रशिक्षित चिकित्सकों के माध्यम से प्रदेश के आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में आयुर्वेद के माध्यम से मधुमेह, उच्च रक्तचाप तथा हार्ट ब्लॉकेज रिवर्सल संबंधी चिकित्सा जनसामान्य को उपलब्ध हो जाएगी। साथ ही उक्त रोगों के रिवर्सल में माधवबाग संस्थान अपने पेशेंट सपोर्ट सॉफ्टवेयर को भी चिन्हित आयुर्वेदिक हेल्थ एवं वेलनेस केंद्रों हेतु निःशुल्क उपलब्ध कराएगा ।  माधवबाग संस्थान की ओर से प्रशिक्षक के रूप में मुख्य वैद्यकीय अधिकारी डॉ गुरुदत्त आमीन तथा हेड मेडिकल ऑपरेशंस डॉ प्रवीण घाड़ीगावकर उपस्थित रहे।

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