कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश नेगी का आरोप, उन्हें जनता ने नहीं पार्टी नेताओं ने हराया
गौचर, 15 मार्च (दिग्पाल गुसांई)। चुनाव में भीतरघात की शिकायतें अब कांग्रेस के अंदर भी उठने लगी हैं।
कर्णप्रयाग विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी का आरोप है कि उनकी हार संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों की भीतरघात की वजह से हुई है।
कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश नेगी नगरपालिका गौचर के पनाईं गांव के मूल निवासी हैं। हांलांकि वे छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे।वे एन एस यू आइ के पदों पर भी विराजमान रहे हैं। वर्ष 2003 में उन्होंने नगर पंचायत के उस वार्ड से सभासद का चुनाव लड़ा जिस वार्ड में भाजपा विधायक का भी घर है तव भी वे विधायक थे बावजूद इसके मुकेश नेगी ने भाजपा प्रत्याशी को 715 में से 578 मत प्राप्त कर पराजित कर दिया था। वर्ष 2008 में उन्होंने नगर पंचायत के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा तब भी उन्होंने 1700 मतों के अंतर से भाजपा प्रत्याशी को पराजित कर दिया था। दूसरी बार भी उन्होंने नगर पंचायत के अध्यक्ष पद चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को 576 मतों से हराया था।3003 से वे विधानसभा टिकट की मांग करते आ रहे थे लेकिन पार्टी ने उनकी बात नहीं मानी 2007 के चुनाव में कांग्रेस ने डा अनशूया प्रसाद मैखुरी पर दांव लगाया तो गौचर से मिले मतों की वजह से ही कांग्रेस ने 22साल बाद वापसी की थी। मैखुरी के साथ भी मुकेश नेगी बराबर विधानसभा में सक्रिय रहे यही यही नहीं उन्होंने कोई ऐसा मौका नहीं गंवाया कि वे जनता के सुख-दुख में भागीदार न बने हों।शौंम्य व्यवहार की वजह से ही वे जनपद चमोली ही नहीं पार्टी नेताओं में खासी जगह बनाने में कामयाब रहे। संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के लिए हालांकि वे पिछले पंद्रह सालों से तैयारी कर रहे थे। लेकिन कर्णप्रयाग विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अनशूया प्रसाद की मृत्यु के बाद उन्होंने खासी सक्रियता दिखाते हुए कोरोना की प्रथम द्वितीय वेब में लोगों की जो सहायता की उससे लोगों का झुकाव उनकी ओर बढ़ गया था। यही कारण रहा कि कांग्रेस के ग्यारह दावेदारों में से उनको टिकट दिया गया। चुनाव प्रचार के दौरान ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उनकी जीत निश्चित है। लेकिन अंत समय कांग्रेस के पदाधिकारियों ने उनकी पीठ पर छुरी घोपने का काम किया। मुकेश नेगी का कहना है उनको जनता ने नहीं कांग्रेस के लोगों ने ही हराया है हाई कमान को इसकी गंभीरता से जांच कर आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए।