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हिमालयन विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में 1316 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गई

देहरादून,24   दिसंबर ( उ हि )।  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को उत्‍तराखंड पहुंचे । वह यहां स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में शामिल होने पहुंचे।मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी का जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर स्वागत किया।स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, जॉलीग्रांट का पंचम दीक्षांत समारोह के अवसर पर कुल131 6 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गई। इनमें हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एचआईएमएस) द्वारा 292 छात्रों को एमबीबीएस, 135 छात्रों को पीजी,  270 छात्रों को  पैरामेडिकल, 20 छात्रों को क्लिनिकल रिसर्च में उपाधियां प्रदान की गई।

हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग (एचसीएन) में 134 विद्यार्थियों, हिमालयन स्कूल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एचएसएसटी) में 116 विद्यार्थियों, हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एचएसएमएस) में 192 विद्यार्थियों, हिमालयन स्कूल ऑफ योगा साइंसेज (एचएसवाईएस) में 36 विद्यार्थियों, हिमालयन स्कूल ऑफ बायो साइंसेज (एचएसबीएस) में 116 विद्यार्थियों, डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) में 05 विद्यार्थियों तथा 24 छात्र-छात्राओं को एकेडमिक अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, स्वास्थ्य और चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने भी शिरकत की। एसआरएचयू में दीक्षांत समारोह दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ।केंद्रीय मंत्री  ने मेडिकल, इंजीनियरिंग, योग विज्ञान और बायो साइंसेज के 1316 छात्र-छात्राओं को डिग्री वितरित की। विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षा समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मेडिकल के विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्र छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मंच पर मौजूद रहे।
 दीक्षान्त समारोह को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि दीक्षान्त समारोह शिक्षा का नहीं अपितु संस्कारों का सन्देश देता है। संस्कार जीवन में महत्वपूर्ण हैं। शिक्षा कल्याणकारी अथवा विनाशकारी में से कुछ भी हो सकती है, यह विद्यार्थियों के संस्कारों पर निर्भर करता है। दीक्षान्त समारोह शिक्षा का अन्त नहीं है। सीखने के प्रक्रिया निरन्तर चलती रहती है। जीवन में सफलता और असफलता साथ-साथ चलती रहती है। असफलताओं से डरने के स्थान पर उनसे सीखना आवश्यक है। युवाओं को इस बार के फीफा वर्ल्ड कप से भी सीखना चाहिए। खेल जगत से टीम भावना सबको सीखनी चाहिए।
    दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह अत्यंत गौरव का क्षण है कि स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी की उपस्थिति अविस्मरणीय है। केन्द्रीय रक्षा मंत्री  का मार्गदर्शन युवा विद्यार्थियों को नव ऊर्जा और नव चेतना प्रदान करेगा। केन्द्रीय रक्षा मंत्री जी के नेतृत्व में देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं वह ‘‘भूतो न भविष्यति‘‘ हैं। ‘‘अंत्योदय‘‘ को समर्पित  उनका संपूर्ण राजनीतिक जीवन, हम सभी को प्रेरणा प्रदान करता है।  भारतीय सेना के क्रांतिपुंज जवानों को सशक्त बनाने हेतु उनकी प्रतिबद्धता अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि श्रद्धेय स्वामी राम जी की दिव्य प्रेरणा से अलंकृत यह ज्ञान का मंदिर उत्तराखण्ड राज्य में उच्च शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने में अग्रणी है। एक शिक्षित व स्वस्थ समाज के निर्माण के अपने उद्देश्य को सार्थक करने हेतु, स्वामी राम जी ने अपना संपूर्ण जीवन समाज को समर्पित कर दिया। आज यह संस्थान चिकित्सा शिक्षा, जनकल्याण और मानव सेवा के क्षेत्र में नित- नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।

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