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अपने देहरादून को जानिये : एक जनवादी नेता और मूर्धन्य पत्रकार राधाकृष्ण कुकरेती

(Dehradun a city of joy and struggles)

–अनंत आकाश —

जन पक्षीय पत्रकारिता के धुरंधर, साहित्यकार, गरीबों- मेहनतकशों के हमदर्द और समर्पित कम्युनिस्ट नेता राधाकृष्ण कुकरेती, जो कि अब इस दुनिया में नहीं रहे । इसी जुलाई 2015 को 95 साल की उम्र उनकी मृत्यु हुई।

‌उनको हम लोग कई दशकों‌‌ से करीबी से जानते रहे हैँ । वह  एक आदर्श कम्युनिस्ट के साथ ही जन  पक्षीय पत्रकारिता के प्रमुख स्तम्भों में से एक‌‌ रहे‌‌ हैं। उन्होंने 1956 में नया जमाना अखबार का प्रकाशन शुरू कर वैचारिक एवं जनमुद्दों को बड़े‌ सिद्दत‌‌ से उठाने का कार्य बखूबी से किया । नया जमाना अखबार का‌ सफरनामा उनके जीवन में 60 बर्ष तक रहा उनके देहावसान ‌के बाद अब अख़बारका दायित्व उनके ‌पुत्र पंकज निभा रहे हैं‌ं ।‌ जन साहित्यकार के रूप में समाज में उनके योगदान अविस्मरणीय है‌ । प्रख्यात साहित्यकार राहुल सांस्कृत्यान ने उनकी प्रतिबद्धता की भूरि भूरि प्रंशसा कर उनका उत्साहबर्धन किया ।

15 सितम्बर 1930 को जन्मे राधाकृष्ण कुकरेती के पिता नौ गांव उदयपुर गढ़वाल निवासी ‌महानन्द कुकरेती थे ,जो अपने क्षेत्र के जाने माने परिवार से‌‌‌ थे । पिता साहूकार थे‌, इसलिए‌ घर में‌ धन दौलत की कोई कमी नहीं ‌रही । उनकी‌ शिक्षा अपने गांव के बाद अल्मोड़ा , हरिद्वार तथा देहरादून से हुई । वह  उस जमाने के ‌स्नातक थे जब देहरादून के कालेज भी ‌आगरा‌ विश्वविद्यालय  से सम्बद्ध थे‌ ।

जाने माने‌ कम्युनिस्ट‌ नेता p c जोशी से प्रभावित ‌होकर‌ वह  कम्युनिस्ट बने ।‌ देहरादून कचहरी स्थित कामरेड कुकरेती का नया जमाना पत्र का कार्यालय दशकों तक राजनैतिक ,सामाजिक ‌तथा बौध्दिक गतिविधियों का केन्द्र रहा जहाँ ‌पर अक्सर लोग मिला करते थे । जहां नया जमाना ‌प्रकाशित होता ‌रहा‌ है ,उसी के सामने जिलाधिकारी ‌कार्यालय‌‌‌ स्थित है । नया जमाने मेंं प्रगतिशील लेख तथा ‌कम्युनिस्टों‌ की संघर्ष की परम्पराओं, जन मुद्दों ‌पर लेख देखे जा सकते‌।

कुकरेती का‌ समाचार‌पत्र दुर्गम से‌ भी‌‌‌‌ दुर्गम‌ क्षेत्रों में‌ मिल जाता ‌था जिसके समर्पित पाठक हुआ करते‌ थे उन दिनों ‌पत्रकार‌ जनता के‌ लिऐ समर्पित हुआ करते थे ,आज बिड़ले‌‌ ही  लोग‌‌‌‌ बचे हुये ‌हैं‌‌‌‌‌ ।

राधाकृष्ण कुकरेती शालीन ‌,मृदुभाषी तथा प्रतिबद्ध पत्रकार थे विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में उन्होंने कभी उफ तक ‌नहीं की तथा ‌अपने‌ अन्तिम दिनों ‌तक समाज एवं विचार के लिऐ समर्पित रहे।

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अनन्त आकाश
9410365899

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