उद्यान निदेशक पर लगाए गंभीर आरोप, जाँच तक छुट्टी पर भेजने की मांग
-Attarakhand Himalaya Bureau-
गोपेश्वर, 21सितम्बर । प्रदेश के उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने भ्रष्टाचार में लिप्त निदेशक हरमिंदर सिंह बवेजा के जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके लिए सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती ने उन्हें साधुवाद दिया है किंतु साथ ही कहा है कि यह दुर्भाग्य का विषय है कि प्रदेश के उद्यान निदेशक बवेजा द्वारा सभी फाइलों/ पत्रावलियों के साथ लगातार छेड़छाड़ की जा रही है, यहां तक कि आज भी उद्यान निदेशालय चौबटिया से 25 किलो के कट्टे में पत्रावलियां भर कर यहां मंगवाई गई हैं।
आज यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया कि ज्येष्ठ उद्यान निदेशक मोहन सिंह भैसोड़ा आज रानीखेत से यहां पत्रावलियां लेकर पहुंचे हैं। उन्होंने इसे पत्रावलियों से छेड़छाड़ का प्रमाण बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि जब सचिवालय में भर्ती घोटाले की निष्पक्ष जांच के विधानसभा सचिव को छुट्टी भेजा जा सकता है तो ऐसे में उद्यान निदेशक को क्यों नहीं? जो लगातार पत्रावलियों से छेड़छाड़ कर रहा है, उन्हें क्यूं नहीं अवकाश पर भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि बागेश्वर के समाजसेवी गोपाल बनवासी की एक FIR का जिक्र करना भी जरूरी हैं जिसमें गोपाल द्वारा डीजीपी अशोक कुमार को निदेशक द्वारा की जा रही मनमानी भर्तियों की तहरीर दी गई है। उसमें स्पष्ट तौर पर जिन कर्मचारियों के बच्चों को बवेजा द्वारा मनमाने तरीके से नौकरी पर रख दिया गया है, उनका नाम सम्मिलित है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान निदेशक का निदेशालय से कोई लेना देना ही नहीं है। पिछली बार वे आठ महीने बाद निदेशालय पहुंचे थे और अब पांच महीने होने को हैं, निदेशक यहां झूठे मुकदमे लगवाने में तो पूरा समय दे रहे हैं लेकिन निदेशालय जाने के इच्छुक नहीं हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता
दीपक करगेती ने आरोप लगाया कि कार्मिक विभाग और वित्त विभाग से बिना स्वीकृति लिए ही निदेशक ने एक संविदाकर्मी को एरियर के तौर पर १४ लाख से अधिक की धनराशि का भुगतान कर दिया गया है।
इस मौके पर उषा कोठारी राज्य आंदोलनकारी, सामाजिक कार्यकर्त्ता पूजा चमोली, सामाजिक कार्यकर्ता मेनका रावत, उर्मिला मेहरा, राज्य आंदोलनकारी मीनाक्षी आदि उपस्थित थी।