लिंगोमती में बना पुल जीर्ण शीर्ण हालत में पंहुचने से हुआ खतरनाक
-पोखरी से राजेश्वरी राणा –
तीन ग्राम पंचायतों जौरासी, कांडई चंद्रशिला और रडुवा को रैसू से जोड़ने वाला निगोमती नदी पर बना वर्षो पुराना झूला पुल जीर्ण शीर्ण हालत में पंहुँचने से खतरनाक स्थिति में पंहुँच गया है।क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर की पुल की हालत ठीक करने की मांग ।
प्रशासन को भेजे ज्ञापन में क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों ने कहा है कि लगभग 35 वर्ष पहले जौरासी ,रडुवा और काण्डई चन्द्रशिला के गावों को रैसू से जोड़ने के लिए बाज नामक तोक में निगोमती नदी पर झूला पुल बनाया गया था । इसी पुल के सहारे इन तीनों ग्राम सभाओं के पुरुष और महिलाएं काश्तकारी हेतू जंगल जाते हैं । साथ ही अपने मवेशियों को घास चुगाने के लिए नदी पार जंगल ले जाते हैं । लेकिन जब से पुल बना है तब से उस पर कोई मेंटीनेंस का कार्य नहीं हुआ और वह जीर्ण-शीर्ण हालत में पहुंच गया है ।
झूला पुल के अगल बगल सुरक्षा के लिए लगाई गई लोही की ऐगिले भी टूट गयी हैं । महिलाएं और पुरुष इस पुल से हर रोज काश्तकारी हेतू जंगल की आवाजाही करते हैं ।जिसमे हमेशा खतरा बना हुआ है । लिहाजा ग्रामीणों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस झूला पुल की हालत ठीक करवाई जाय ।
प्रशासन से गुहार लगाने वालों में कांडाई चंद्रशिला के प्रधान नवीन राणा, महिला मंगल दल अध्यक्ष रश्मि राणा, जौरासी के प्रधान विनोद लाल, रडुवा के प्रधान प्रदीप वर्तवाल, गजेंद्र नेगी, संदीप वर्तवाल आदि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि शामिल हैँ।