विमानन सेवा प्रदाताओं ने वर्ष 2023 के दौरान अपने बेड़े में 112 हवाई जहाज शामिल किए
There is an increase in aircraft induction by airline operators. During the year 2023, the Scheduled airline operators inducted 112 aircraft in their fleet. The total number of aircraft endorsed on the Air Operator Certificate (AOC) of Scheduled Airline Operator as of 31.12.2023 is 771.
-uttarakhandhimalaya.in-
नयी दिल्ली, 6 फरवरी। विमानन सेवा प्रदाताओं द्वारा विमानों के समावेशन में लगातार वृद्धि हुई है। अनुसूचीबद्ध विमानन सेवा प्रदाताओं ने वर्ष 2023 के दौरान 112 हवाई जहाजों को अपने बेड़े में शामिल किया है। 31.12.2023 तक नियमित विमानन सेवा प्रदाताओं के एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (एओसी) पर स्वीकृति प्राप्त विमानों की कुल संख्या 771 है। भारत में महिला पायलटों के नामांकन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2023 में कुल 1622 वाणिज्यिक पायलट लाइसेंस (सीपीएल) जारी किए गए। इनमें से महिलाओं को 294 सीपीएल जारी किए गए, यह कुल सीपीएल का 18 प्रतिशत है। विमानन सेवा प्रदाताओं के अनुसार 31.12.2023 तक बेड़े का विवरण अनुलग्नक-I में दिया गया है।
नागर विमानन मंत्रालय में राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। वर्तमान में, उड़ान योजना के तहत 2 जलीय हवाई अड्डों और 9 हेलीपोर्ट सहित 76 हवाई अड्डों को कार्यान्वित किया जा चुका है। 4 हवाई अड्डे क्षेत्रीय स्तर पर हवाई संपर्क योजना (आरसीएस) के अनुसार उड़ानों के संचालन के लिए तैयार हैं। 09 हवाई अड्डों/हेलीपोर्टों का विकास कार्य पूरा हो चुका है तथा लाइसेंसिंग का कार्य प्रगति पर है। उड़ान योजना के तहत 17 हवाई अड्डों/हेलीपोर्टों का विकास कार्य प्रगति पर है। शेष हवाई अड्डों का विकास कार्य योजना के अगले चरण में है।
जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह ने सदन को बताया कि हवाई परिवहन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए विमानन सेवा प्रदाता अपने बेड़े में नए विमान शामिल कर रहे हैं। प्रमुख विमानन सेवा प्रदाता कंपनियों द्वारा हवाई जहाजों के लिए दिए गए ऑर्डरों का उल्लेख अनुलग्नक-II में संलग्न किया गया है।
अनुलग्नक-I
31.12.2023 तक विभिन्न विमानन सेवा प्रदाता कंपनियों के साथ एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट) पर स्वीकृति प्राप्त विमानों की संख्या
क्रम संख्या | विमानन सेवा प्रदाता का नाम | बेड़े की संख्या |
निर्धारित संचालक | ||
1 | एआईएक्स कनेक्ट प्रा. लिमिटेड
(जिसे पूर्व में एयरएशिया (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) |
24 |
2 | एयर इंडिया लिमिटेड (एयर इंडिया) | 124 |
3 | एयर इंडिया एक्सप्रेस लिमिटेड (एयर इंडिया एक्सप्रेस) | 34 |
4 | एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड (एलायंस एयर) | 21 |
5 | ब्लू डार्ट एविएशन लिमिटेड (ब्लू डार्ट) | 8 |
6 | गो एयरलाइंस (इंडिया) लिमिटेड (गो फर्स्ट)* | 54* |
7 | इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड (इंडिगो) | 342 |
8 | क्विकजेट कार्गो एयरलाइंस प्रा. लिमिटेड (क्विकजेट) | 2 |
9 | एसएनवी एविएशन प्रा. लिमिटेड (अकासा एयर) | 20 |
10 | स्पाइस जेट लिमिटेड (स्पाइस जेट) | 57 |
11 | टाटा एसआईए एयरलाइंस लिमिटेड (विस्तारा) | 66 |
12 | ज़ेक्सस एयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (ज़ूम) | 2 |
अनुसूचीबद्ध नियमित आने-जाने वाले संचालक | ||
13 | बिग चार्टर प्रा. लिमिटेड (फ्लाई बिग) | 2 |
14 | जीएसईसी मोनार्क और डेक्कन एविएशन प्रा. लिमिटेड (इंडिया वन एयर) | 3 |
15 | घोड़ावत इंटरप्राइजेज प्रा. लिमिटेड (स्टार एयर) | 8 |
16 | पवन हंस लिमिटेड (एससीओ)28 | 4 |
कुल संख्या | 771 |
* गो एयरलाइंस (इंडिया) लिमिटेड (गो फर्स्ट) वर्तमान में दिवाला और दिवालियापन संहिता की धारा 10 के अनुसार कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रही है।
अनुलग्नक- II
प्रमुख विमानन सेवा प्रदाताओं द्वारा दिए गए विमान ऑर्डर
(एयरलाइंस कंपनियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार)
क्रम संख्या | संचालक का नाम | विमान का प्रकार | आदेशित विमानों की संख्या | वर्ष |
1 | एयर इंडिया ग्रुप | ए320/ए321 | 210 | 2023 |
ए350 | 40 | 2023 | ||
बी787 | 20 | 2023 | ||
बी777 | 10 | 2023 | ||
बी737-8 | 190 | 2023 | ||
2 | इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड (इंडिगो) | ए320 फैमिली | 400 | 2015 |
ए320 फैमिली | 300 | 2019 | ||
ए320 फैमिली | 500 | 2023 | ||
एटीआर 72-212ए (600 संस्करण) | 50 | 2017 | ||
3 | एसएनवी एविएशन प्रा. लिमिटेड (अकासा एयर) | बी737-8 | 76 | 2021 |
बी737-8 | 150 | 2024 | ||
4 | स्पाइसजेट लिमिटेड
(स्पाइसजेट) |
बी737-8 | 155 | 2016 |
कुल | 2101 |
नोट:
- विमान सेवा प्रदाता कंपनियों द्वारा विमान शामिल करने के साथ-साथ पट्टा अवधि की समाप्ति होने के बाद उनके मौजूदा विमानों की पुनः सुपुर्दगी/निर्यात भी किया जाएगा। इस तरह से विमान शामिल होने से एयरलाइन के बेड़े में संख्या बढ़ोतरी के अलावा समय के साथ मौजूदा बेड़े के बदलाव की भी आवश्यकता पूरी होगी।
- विमान सेवा प्रदाता कंपनियों व्यावसायिक विचारों के आधार पर समय के साथ अपने बेड़े की योजना बनाएंगे/अनुकूलन करेंगे।