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भारत निर्वाचन आयोग महानगरीय शहरों में मतदान प्रतिशत के स्तर से निराश

-uttarakhandhimalaya.in-
भारत निर्वाचन आयोग दूसरे चरण की मतदान प्रक्रिया में कुछ महानगरीय शहरों में मतदान प्रतिशत के स्तर से निराश है, जो कि भारत के उच्च तकनीक वाले शहरों में अत्यधिक उदासीनता का सूचक है, उत्तरी क्षेत्र के शहरों ने कोई बेहतर प्रदर्शन नहीं किया है। भारत निर्वाचन आयोग ने पिछले महीने दिल्ली में कई महानगरों के आयुक्तों को इकट्ठा किया था, ताकि शहरी उदासीनता के विरुद्ध रणनीति को लेकर इस दिशा में प्रभावी तौर पर काम किया जा सके। एक विशेष कार्य योजना शुरू की गई है। आयोग को उम्मीद है कि अगले चरणों में शहरी मतदान केंद्र में मतदान के प्रति मतदाताओं की रुचि काफी बढ़ेगी। आयोग संबंधित नगरों के प्रशासन के साथ लगातार संपर्क बनाए रखेगा।

पहले चरण में मतदान में गिरावट के बाद, आयोग ने महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश और राजस्थान और कर्नाटक राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) को मतदाताओं द्वारा मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए अतिरिक्त योजनाओं को लागू करने का निर्देश दिया था। आयोग ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के तरीकों की पहचान करने के लिए तीसरे और चौथे चरण में कम मतदान वाले जिलों (2019 के आंकड़ों के आधार पर) के जिला निर्वाचन अधिकारी के साथ अलग-अलग बातचीत की।

भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में मतदान में मामूली गिरावट को दूर करने के लिए अपने मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के क्रम में अपनी पहल को तेज कर दिया है। अब तक पहले चरण में 66.14 प्रतिशत मतदान हुआ है और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान हुआ है। यह चुनाव में भागीदारी के भारतीय इतिहास की दृष्टि से बेहतर है, लेकिन 2019 में स्थापित उच्च मानक से कहीं न कहीं कम ही है। भारत निर्वाचन आयोग ने अपना सारा ध्यान मतदाताओं के मतदान प्रतिशत को बढ़ाने पर केंद्रित किया हुआ है।

निर्वाचन आयोग अगले पांच चरणों में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए सभी संभव क्रियाकलाप करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार और निर्वाचन आयुक्त श्री सुखबीर सिंह संधू के नेतृत्व में आयोग मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचन सदन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस उद्देश्य के लिए अतिरिक्त पहलों का नेतृत्व कर रहा है।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार के नेतृत्व में व्यक्तिगत रूप से चलाए गए स्वीप अभियानों की एक उल्लेखनीय विशेषता प्रमुख विभागों, कंपनियों, मशहूर हस्तियों और संगठनों द्वारा नि:शुल्क सहयोग है। पिछले एक वर्ष के दौरान आयोग ने अपने प्रमुख कार्यक्रम सिस्टमैटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन (एसवीईईपी) को सशक्त रूप से संचालित किया है, जिसमें इसके तीनों हिस्सों सूचना, प्रेरणा और सुविधा को लोकसभा चुनावों से पहले और भी अधिक मजबूती से आगे बढ़ाया गया है। राज्यों और जिलों ने कम मतदान प्रतिशत वाले निर्वाचन क्षेत्रों को लक्षित करते हुए मतदान प्रतिशत बढ़ाने की योजना के तहत नागरिकों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए कई स्थानीय विशिष्ट क्रियाकलाप किए हैं। हाल के सप्ताह में देश भर में चले कुछ जन अभियानों के विवरण अनुलग्नक-ए में शामिल हैं।

 

निर्वाचन प्रक्रिया पर तेज गर्मी के मौसम के प्रभाव, विशेष रूप से तीसरे चरण के दौरान मतदाताओं की उपस्थिति पर विचार करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने पहले ही भारत मौसम विज्ञान विभाग के शीर्ष विशेषज्ञों, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन एजेंसियों के साथ बैठक की है। भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए अनुभव आधारित साक्ष्य के अनुसार, 7 मई, 2024 को होने वाले आम चुनावों के तीसरे चरण के लिए गर्मी को लेकर कोई बड़ी चिंता नहीं है। तीसरे चरण में मतदान के लिए 11 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मौसम पूर्वानुमान की स्थिति सामान्य रहने का पूर्वानुमान किया गया है।

यह सुनिश्चित करने के लिए एक विस्‍तृत विशिष्ट परामर्श जारी किया गया है कि मतदाताओं को गर्मी के मौसम में हर हाल में श्रेष्‍ठतम सुविधा मिले।

आयोग प्रत्येक चरण के मतदान के बाद मतदान प्रतिशत के आंकड़े समय पर जारी करने को उचित महत्व देता है। ईसीआई की कार्य-प्रणाली में प्रकटीकरण और पारदर्शिता महत्‍वपूर्ण हैं। वैधानिक आवश्यकताओं के अनुसार, प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं के पहुंचने की संख्‍या को फॉर्म 17सी में दर्ज किया जाएगा। पारदर्शिता के एक मजबूत उपाय के रूप में, पीठासीन अधिकारी और सभी उपस्थित मतदान एजेंटों द्वारा विधिवत हस्ताक्षरित फॉर्म 17सी की प्रतियां सभी उपस्थित मतदान एजेंटों के साथ साझा की जाती हैं। इस प्रकार, निर्वाचन क्षेत्र की बात तो छोड़िए, यहां तक कि मतदान किए गए वोटों की वास्तविक संख्या का बूथवार डेटा भी उम्मीदवारों के पास उपलब्ध होता है, जो एक वैधानिक आवश्यकता है।

अन्य हितधारकों और मीडिया के समक्ष प्रकटीकरण की पहल के रूप में, राज्य/पीसी/एसी वार अस्थायी मतदान आंकड़े ईसीआई वोटर टर्नआउट ऐप के माध्यम से उपलब्ध कराए जाते हैं जिन्हें नियमित रूप से अपडेट किया जाता है। आयोग समय पर मतदान प्रतिशत के आंकड़े उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है जो आने वाले चरणों में मीडिया और अन्य हितधारकों के लिए उपयोगी हो।

अनुलग्नक ए

मौजूदा लोकसभा चुनाव 2024 में, भारत के निर्वाचन आयोग ने आम चुनाव 2024 में भागीदारी बढ़ाने के लिए अपना अब तक का सबसे बड़ा मतदाता जागरूकता और पहुंच अभियान शुरू किया है। इस लक्षित पहुंच पहल के हिस्से के रूप में, विभिन्न सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संगठनों ने जनता की भलाई के आधार पर आयोग के साथ सहयोग किया है। भुगतान किए गए विज्ञापन, समर्थन और मशहूर हस्तियों के साथ साझेदारी के विवेकपूर्ण मिश्रण ने इस पहल के लिए प्रेरित किया है।

सीईसी राजीव कुमार के युवाओं से मतदान करने और चुनाव दूत बनने के आह्वान से प्रेरणा लेते हुए, ईसीआई के सोशल मीडिया सेल ने एक सोशल मीडिया अभियान “आय ऐम इलेक्‍शन एम्‍बेसडर” शुरू किया है। शैक्षणिक सामग्री निर्माताओं, प्रभावशाली लोगों और मशहूर हस्तियों सहित सोशल मीडिया पर कोई भी व्यक्ति इस उद्देश्य को बढ़ावा देने के लिए रचनात्मक रीलों और मीम्स को साझा कर सकता है। लोकप्रिय प्रभावशाली व्यक्ति और व्यक्तिगत सामग्री निर्माता पहले ही अपने सृजनात्‍मकता के साथ इसमें शामिल हो चुके हैं। उपयोगकर्ता अपनी सृजनात्‍मकता और विषय वस्‍तु को #MainBhiElectionAmbassador हैशटैग के साथ साझा कर सकते हैं। अच्छी प्रविष्टियां ईसीआई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित होंगी।

आयोग मतदाता जागरूकता और बढ़ी हुई भागीदारी की दिशा में उनकी पहल और प्रयासों के लिए विभिन्न भागीदारों और सहयोगियों का आभारी है। कुछ पहलें इस प्रकार हैं:

  1. बीसीसीआई के सहयोग से, आईपीएल 2024 के दौरान विभिन्न स्टेडियमों में मतदाता जागरूकता संदेश और गाने बजाए जा रहे हैं। स्टैंडीज़ प्रदर्शित किए जाते हैं, और मतदाता जागरूकता संदेशों को क्रिकेट कमेंट्री के साथ जोड़ा जा रहा है। 10 आईपीएल टीमों के क्रिकेटरों ने रिकॉर्ड किए गए मतदाता जागरूकता संदेशों के साथ मतदाताओं को लोकसभा चुनाव 2024 में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया, जिन्हें ईसीआई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया जा रहा है। क्रिकेट के दिग्गज और ईसीआई के राष्ट्रीय आदर्श सचिन तेंदुलकर द्वारा पूर्व-रिकॉर्ड किए गए वीडियो संदेश में मतदाता प्रतिज्ञा विभिन्न आईपीएल स्थानों पर दिलाई जा रही है।
  2. आम चुनावों के बारे में मतदाताओं को सूचित करने व जागरूक करने के लिए और उन्हें लोकतंत्र के पर्व में भाग लेने के लिए प्रेरित करने के लिए पूरे भारत में सभी फेसबुक उपयोगकर्ताओं को मतदान दिवस के लिए सतर्कता संदेश भेजा गया है।
  3. देश भर में व्यापक और विविध दर्शकों तक पहुंचने के लिए ईसीआई द्वारा डाकघरों और बैंकिंग संस्थानों के विशाल नेटवर्क का उपयोग किया जा रहा है।
    1. डाक विभाग के पास 1.6 लाख से अधिक डाकघर और 1000 एटीएम और 1000 डिजिटल स्क्रीन हैं
    2. सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकिंग संस्थानों में 1.63 लाख से अधिक बैंक शाखाएं और 2.2 लाख एटीएम हैं।
  4. रेल मंत्रालय के सहयोग से, संसदीय चुनाव अभियान लोगो “चुनाव का पर्व, देश का गर्व” को आईआरसीटीसी पोर्टल और टिकटों के साथ एकीकृत किया गया है, रेलवे स्टेशनों पर स्वीप क्रिएटिव प्रदर्शित किए जा रहे हैं और रेलवे स्टेशन की घोषणाओं में मतदाता जागरूकता संदेश शामिल हैं। लोगो स्टिकर का उपयोग कोचों में भी किया जा रहा है।
  5. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सहयोग से लगभग 16,000 खुदरा पेट्रोल पंपों पर मतदाता जागरूकता संबंधी होर्डिंग्स लगाए गए हैं।
  6. नागर विमानन मंत्रालय के सहयोग से, एयरलाइंस आगामी चुनावों में भाग लेने के लिए अपील संदेश के साथ एक इनफ्लाइट घोषणा कर रही हैं। मतदाता गाइड विमान की सीट की जेबों में रखी जा रही है। इसके अलावा, कई हवाई अड्डे मतदाता जागरूकता संदेशों के प्रदर्शन के लिए जगह उपलब्ध करा रहे हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, लखनऊ, पटना, चंडीगढ़ आदि 10 प्रमुख शहरों में हवाई अड्डों पर सेल्फी-प्वाइंट बनाए गए हैं।
  7. सार्वजनिक सेवा जागरूकता (पीएसए) फिल्म के एक भाग के रूप में, देश भर के सिनेमा थिएटर नियमित अंतराल पर ईसीआई मतदाता जागरूकता फिल्में और ईसीआई गीत मैं भारत हूंहम भारत के मतदाता हैं चला रहे हैं।
  8. अमूल और मदर डेयरी ने ‘चुनाव का पर्व, देश का गर्व’ संदेश के साथ अपने दूध के पाउच की ब्रांडिंग शुरू कर दी है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से मतदाताओं को प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। अमूल भी समाचार पत्रों में अमूल गर्ल टॉपिकल विज्ञापन के माध्यम से अपने अनूठे संदेश से मतदाताओं को प्रोत्साहित कर रहा है।
  9. संसद टीवी देश के दूरदराज के कोनों में चुनाव मशीनरी द्वारा कठिन इलाकों में जाकर स्थापित किए गए अनूठे मतदान केंद्रों पर लघु फिल्में बना रहा है, जिनका निर्माण अंतिम छोर पर मतदान सुनिश्चित करने में चुनौतियों का प्रदर्शन करने के लिए किया गया है।
  10.  भारत संचार निगम लिमिटेड, भारती एयरटेल लिमिटेड, जियो टेलीकम्युनिकेशन, वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड जैसे दूरसंचार ऑपरेटर भी देश भर में अच्छी तरह से जुड़े मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से एसएमएस भेजकर मतदाता जागरूकता गतिविधियों में योगदान दे रहे हैं।
  11. म्यूजिक ऐप स्‍पोटीफाईऔर बाइक ऐप रैपिडो को उनके प्लेटफार्मों और चैनलों पर मतदाता जागरूकता संदेशों के लिए शामिल किया गया है, जिसमें स्‍पोटीफाई ने मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए एक “इलेक्शन प्लेलिस्ट” बनाई है, और रैपिडो मतदाताओं को मतदान के लिए मुफ्त सवारी के साथ प्रोत्साहित कर रहा है।
  12. ज़ोमैटो और स्विगी जैसे खाद्य वितरण प्लेटफार्मों ने भी अपनी अनूठी शैली में मतदाता जागरूकता संदेशों को प्रसारित करने के लिए ईसीआई के साथ साझेदारी की है।

13. चुनाव का पर्व, देश का गर्व” थीम के साथ एक व्यापक बहु-आयामी मल्टीमीडिया अभियान चल रहा है। इस अभियान में शामिल हैं:

ए) टीवी विज्ञापन: इसमें राष्ट्रीय आदर्श सचिन तेंदुलकर और राजकुमार राव के साथ ही अभिनेता आयुष्मान खुराना और विजय वर्मा अभिनीत सेलिब्रिटी विज्ञापन हैं। इसके साथ ही इसमें गैर-सेलिब्रिटी टीवी विज्ञापन भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, डीडी सोशल मीडिया और अपने चैनलों के लिए लघु फिल्में और वीडियो भी बना रहा है।

बी) प्रिंट मीडिया: प्रमुख समाचार पत्र स्ट्रिप, क्वार्टर, हाफ से लेकर फुल पेज प्रारूप में विज्ञापन प्रकाशित कर रहे हैं जो 1 अप्रैल, 2024 से शुरू हो गया है।

सी) रेडियो: विभिन्न रेडियो स्टेशनों के प्लेटफार्मों पर रेडियो जिंगलवॉक्स पॉप कार्यक्रमआरजे मेंशनसेलिब्रिटी साक्षात्कारप्रभावशाली हस्तियों से जुड़े कार्यक्रम, और सोशल मीडिया मैसेजिंग किए जा रहे हैं।

डी) सोशल मीडिया: भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के सहयोग से, लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफार्मों द्वारा ट्रेंडी और व्याख्यात्मक वीडियो बनाए जा रहे हैं। टीवी विज्ञापनों के साथ-साथ राष्ट्रीय आदर्शों के साथ वाले “माई वोट माई ड्यूटी” मोंटाज और व्यक्तिगत फिल्में सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर साझा की जा रही हैं।

ई) आउटडोर अभियान: भारतीय रेलवे के साथ ट्रेन रैपिंग पहल शुरू की गई है। इसमें आगे के भुगतान किए गए आउटडोर अभियानों की योजना भी शामिल है।

एफ) सार्वजनिक प्रसारक: यह डीडी और आकाशवाणी के विभिन्न चैनलों पर रचनात्मक विषयगत सामग्री चला रहा है। इसके साथ ही एल-बैंड ब्रांडिंग, मग ब्रांडिंग, चुनाव का पर्व, देश का गर्व लोगो बग को भी शो के माध्यम से शामिल किया गया है।

इनके अलावा, विभिन्न संस्थानों द्वारा भी स्वतंत्र पहल की गई है, जैसे

  1. एनडीटीवी ने युवाओं को मतदान की जरूरत को लेकर जागरूक करने और 18 वर्ष की आयु के मतदाताओं को 18वीं लोकसभा चुनाव में अपनी ताकत दिखाने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए #NDTV18KaVote अभियान शुरू किया है। इसके अलावा, दैनिक जागरण जमीनी स्तर से अनूठी चुनावी कहानियां लेकर आ रहा है। दूरदर्शन, आकाशवाणी और संसद टीवी ने भी चल रहे आम चुनाव 2024 के लिए विभिन्न कार्यक्रम और सूचनात्मक सामग्री का प्रसारण शुरू किया है।
  2. टाइम्स ऑफ इंडिया समूह ने रचनात्मक एजेंसियों और डिजाइनरों से मतदाता जागरूकता पर प्रविष्टियां मांगने के लिए ‘पावर ऑफ द प्रिंट’ नाम से एक अभियान शुरू किया है।
  3. भुगतान ऐप फोनपे ने भी अपने ऐप में मतदाता जागरूकता संदेश को जोड़ा है और सक्रिय रूप से मतदाताओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
  4. इंडिया इंटरनेशनल मूवमेंट टू यूनाइट नेशंस (आईआईएमयूएन) जैसे युवा संगठनों ने भी देश के युवाओं के बीच मतदाता जागरूकता और इसके लिए शिक्षित करने में योगदान दिया है।

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