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भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून (IMA ) में दिसंबर 1998 में आउट हुए 475 जेंटलमैन कैडेट का हुआ रजत जयंती पुनर्मिलन

The officers came from all corners of the country and recalled the days spent in IMA under the best of instructors and ‘stands’ who inculcated the finest qualities of leadership in them. They have served in command and staff assignments in all parts of the country as well as overseas. The course has numerous outstanding achievements, honors, and awards for bravery and distinguished service to its credit including commanding some of the most prestigious units of the Indian Army. Some of the officers have taken pre-mature retirement and have become entrepreneurs, while some others have joined the corporate world and have excelled in various fields thereby significantly contributing to the Nation building.

-uttarakhandhimalaya.in –

देहरादून, 18 दिसंबर । भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में  103 नियमित, 86 तकनीकी और 07 यूईएस कोर्स के सैन्य अधिकारी 17 और 18 दिसंबर 2023 को अपनी रजत जयंती पुनर्मिलन, देश की पच्चीस वर्षों से अधिक की सेवा का उत्सव और उस संस्थान के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए एकत्र हुए, जिसने उन्हें नौजवानों से वीर योद्धा मे बदल दिया था। दिसंबर 1998 में भारतीय सैन्य अकादमी से 103 नियमित, 86 तकनीकी और 07 यूईएस कोर्स के कुल 475 जेंटलमैन कैडेट पास आउट हुए थे।

समारोह की शुरुआत आईएमए युद्ध स्मारक पर शहीद साथियों को याद करने और श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। इस अवसर पर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले अधिकारियों के परिवारजनों को भी आमंत्रित किया गया था। इसके बाद सबने मातृ संस्था में अपने प्रशिक्षण के दिनों को याद करने के लिए अकादमी का भ्रमण किया।

देश के कोने-कोने से आए अधिकारियों ने आईएमए में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षकों और “उस्तादों” के साथ बिताए गए दिनों को याद किया, जिन्होंने उनमें नेतृत्व के बेहतरीन गुण विकसित किए थे। इन अधिकारियों में कइयों ने देश के सभी हिस्सों के साथ-साथ विदेशों में भी कमांड और स्टाफ के पदों पर काम किया है। इस कोर्स में भारतीय सेना की कुछ सबसे प्रतिष्ठित इकाइयों की कमान संभालने सहित बहादुरी और विशिष्ट सेवा के लिए कई उत्कृष्ट उपलब्धियां, सम्मान और पुरस्कार शामिल हैं। कुछ सैन्य अधिकारियों ने समय से पहले सेवानिवृत्ति ले ली है
और उद्यमी बन गए हैं, जबकि कुछ अन्य कॉर्पोरेट जगत में शामिल हो गए हैं और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहें है।

भारतीय सैन्य अकादमी ने 103 नियमित, 86 तकनीकी और 07 यूईएस कोर्स के सैन्य अधिकारियों की सेवाओं और उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया और उनके रजत जयंती पुनर्मिलन के लिए अकादमी में आने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।

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