कोश्यारी का इस्तीफाः राष्ट्रपति भवन से 13 नये राज्यपालों की नियुक्ति
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देहरादून, 12 फरबरी। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आखिर इस्तीफा दे ही दिया। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कोश्यारी के साथ ही लद्दाख के ले.गवर्नर राधाकृष्ण माथुर का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। कोश्यारी ने कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी से पद छोड़ने की इच्छा प्रकट कर दी थी। कोश्यारी के स्थान पर त्रिपुरा के पूर्व गवर्नर रमेश वैश महाराष्ट्र के नये राज्यपाल होंगे।
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रविवार को राष्ट्रपति भवन से जारी विज्ञप्ति के अनुसार राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त राज्यपालों की सूची इस प्रकार है।:–
- लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, वाईएसएम (सेवानिवृत्त) अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में
- लक्ष्मण प्रसाद आचार्य सिक्किम के राज्यपाल के रूप में
- सी.पी. राधाकृष्णन को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया
- शिव प्रताप शुक्ल को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है
- असम के राज्यपाल के रूप में गुलाब चंद कटारिया
- न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एस अब्दुल नज़ीर आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में
- आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया
- छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया
- मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन को नागालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया
- बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को मेघालय का राज्यपाल नियुक्त किया गया
- हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया
- झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया
- ब्रिगेडियर। (डॉ.) बी.डी. मिश्रा (सेवानिवृत्त), अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया
राष्ट्रपति सचिवालय विज्ञप्ति के अनुसार उपरोक्त नियुक्तियां उन तारीखों से प्रभावी होंगी, जब वे अपने संबंधित कार्यालयों का प्रभार ग्रहण करेंगे।
जनवरी में, भगत सिंह कोश्यारी ने अपने पद से हटने और सेवानिवृत्त जीवन जीने की इच्छा व्यक्त की थी।।उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंबई दौरे के दौरान उनसे अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। छत्रपति शिवाजी पर अपनी टिप्पणी के लिए कोश्यारी विपक्ष के साथ-साथ सत्तारूढ़ भाजपा के निशाने पर आ गए थे, उन्होंने उन्हें “पुराने युग का प्रतीक” कहा। दिवंगत डॉ बीआर अंबेडकर या केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जैसे व्यक्ति आधुनिक समय के प्रतीक थे। महात्मा ज्योतिराव फुले पर बयान देने और राज्य के विकास में मारवाड़ी-गुजराती समुदायों के योगदान के लिए तत्कालीन महा विकास अघाड़ी सरकार द्वारा कोश्यारी की पहले भी कई मौकों पर आलोचना की जा चुकीथी।