पिंडर नदी के तट पर हजारों अश्रुपूरित नेत्रों ने दी शहीद वीरेंद्र को अंतिम विदाई
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा : पूंछ में आतंकी हमले में शहीद हुए थे उत्तराखंड के दो लाल : दोनों गढ़वाल राइफल्स के सैनिक थे और वर्तमान मे आतंकवाद विरोधी यूनिट 48 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। इसी यूनिट में और इसी कर्तव्य पथ पर गढ़वाल राइफलस के अन्य जवान भी विगत में शहीद हुए है। वर्तमान में आतंकवाद विरोधी राष्ट्रीय राइफल्स में गढ़वालियों की तीन यूनिटें कश्मीर में तैनात है।
-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-
थराली, 26 दिसंबर। जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के राजौरी सेक्टर में बीते बृहस्पतिवार को आतंकी हमले में शहीद हुए नारायणबगड़ विकासखंड के बमियाला गांव के नायक बीरेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ पिंडर नदी के तट पर गमगीन माहौल के बीच कर दिया गया हैं। इस मौके पर भारी संख्या में लोग शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए नारायणबगड़ पहुंचे।
बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हुए बीरेंद्र सिंह का नारायणबगड़ में गमगीन माहौल के बीच आज अंतिम संस्कार कर दिया गया हैं। नारायणबगड़ बाजार से जब शहीद की अंतिम यात्रा निकाली तों इस यात्रा में सामिल लोगों ने बीरेंद्र तेरा ये बलिदान याद रखेगा हिन्दुस्तान, भारत माता की जय जैसे नारे लगाए।
सोमवार को शहीद का शव एक विशेष विमान से गौचर लाया गया उसके बाद सेना के विशेष वाहन से गौचर हवाई पट्टी से करीब 12:30बजे नारायणबगड़ पहुंचा और अंतिम दर्शनों के लिए राजकीय इंटर कालेज नारायणबगड़ के प्रांगण में रखा गया जहां पर परिजनों सहित अन्य लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।इस दौरान शहीद के पिता सुरेंद्र सिंह उनकी दोनों बेटियां इशिका और आयशा बडे भाई धीरेंद्र सिंह ने बलिदानी बीरेंद्र सिंह के अंतिम दर्शन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की।
सेना की और से देहरादून से आए जनरल मेजर कमांडिंग टीएम पटनायक, गढवाल राइफल्स देहरादून सेंटर कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल राजा सुब्रमणि,माउंटेन ब्रिग्रेड जोशीमठ के ब्रिग्रेड कमांडर अमन आनंद और स्थानीय प्रशासन की ओर से पुलिस अधीक्षक चमोली रेखा यादव, एसएसबी से जसवीर तोमर , एसडीएम कमलेश मेहता ,तहसीलदार सुरेंद्र देव ने सेना एवं प्रशासन की ओर से पुष्प चक्र चढाकर अपनी श्रद्धांजलि दी।
जबकि थराली के विधायक भूपालराम टम्टा, पूर्व विधायक मुन्नी देवी, ब्लॉक प्रमुख यशपाल नेगी, ने भी शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक-संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। इसके बाद शव यात्रा के बाद सेना के सशस्त्र जवानों ने हवा में तीन राउंड फायरिंग कर अपने जांबाज को अंतिम सलामी दी। बलिदानी बीरेंद्र सिंह के बडे भाई धीरेंद्र सिंह ने उनको मुखाग्नि दी।