Front Page

उत्तराखंड की बेटी के हत्यारों के बरी होने पर राष्ट्रपति को ज्ञापन

-थराली से हरेंद्र बिष्ट –
दिल्ली मे 2012 में हुयी उत्तराखंड की बेटी के  जंघन्य हत्या कांड में आरोपियों को बरी किए जाने के उच्चतम न्यायालय के फैसले के मामले में पुनर्विचार याचिका के लिए दिल्ली  पुलिस को आदेशित  करने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी थराली के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजा गया है।

राष्ट्रपति को एसडीएम थराली के माध्यम से भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी- लेनिनवादी पार्टी के लेटर हैंड पर भेजे गए ज्ञापन में पार्टी के गढ़वाल सचिव इंद्रेश मैखुरी, पुष्पा देवी,दीपा देवी,कस्तुरा, शांति देवी,मीरा देवी,कुंती देवी,हीरा देवी, चंद्रा देवी, पार्वती देवी,राधिका देवी, देवाल के पूर्व प्रमुख डीडी कुनियाल, बार एसोसिएशन थराली के सचिव जय सिंह बिष्ट आदि ने कहा है कि जिस तरह से 9 फरवरी 2012 में आफिस से घर आते हुए किरण नेगी का नई दिल्ली में अपहरण कर उसके से निर्ममता पूर्व व्यवहार करने के साथ ही उसकी दर्दनांक हत्या कर दी गई थी उससे पूरा देश सन्न रह गया था।

इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट एवं हाईकोर्ट दिल्ली ने आरोपियों को हत्य दंड की सजा सुनाई थी किंतु सुप्रीम कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए आरोपियों को बरी कर दिया है। जिससे देश के साथ ही अपनी बेटी किरण नेगी को लेकर पूरे उत्तराखंड में खाशा आक्रोश है।ज्ञापन के माध्यम से राजनीतिक दलों एवं महिलाओं ने राष्ट्रपति से मामले में हस्तक्षेप कर  दिल्ली पुलिस को  ठोस सबूतों के साथ पुनः  याचिका दायर करने की मांग की है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!