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करोड़ों भारतवासी उठा रहे हैं डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ

Increasingly, digital interventions are being linked to key healthcare outcomes such as improved quality and access, reduced costs, and increased personalisation. In India, digital health interventions have grown to cover ~80% of the population, 300k health facilities and 400k health workers

By-Usha Rawat

इंडिया आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के बढ़ते प्रभाव के साथ अपने हेल्थ केयर डिलीवरी इकोसिस्टम को मजबूत कर रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने एबीडीएम के तहत हासिल किए गए प्रमुख मील के पत्थर की घोषणा की – 50 करोड़ व्यक्तियों के पास उनकी विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान के रूप में एबीएचए नंबर है, 1.5 करोड़ से अधिक मरीजों ने एबीएचए-आधारित तत्काल ओपीडी पंजीकरण सेवा का उपयोग किया है और 50 लाख से अधिक लोग अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटली मैनेज करने के लिए एबीएचए ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं।

मिशन की प्रगति पर बोलते हुए एनएचए के सीईओ ने कहा- “एबीडीएम के लॉन्च के बाद से पिछले दो वर्षों में मरीजों, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, राज्य की टीमों, नीति निर्माताओं और स्वास्थ्य तकनीक नवप्रवर्तकों सहित पूरे इकोसिस्टम की प्रतिक्रिया काफी उत्साहजनक रही है। एबीडीएम को अपनाने की दिशा में उद्योग जगत के सामूहिक प्रयासों से हमारा लक्ष्य डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ देश के दूर-दराज के कोनों तक पहुंचाना है। जैसे-जैसे अधिक से अधिक लोग एबीएचए-आधारित सेवाओं का उपयोग करना शुरू करते जाएंगे हम स्वास्थ्य देखभाल को अधिक सुलभ और कुशल बनाने के अपने लक्ष्य के करीब पहुंचते जाएंगे।

आज की तारीख में 50 करोड़ लोगों के पास उनकी विशिष्ट स्वास्थ्य आईडी के रूप में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) है। अस्पताल, क्लीनिक, लैब आदि जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं, बीमा कंपनियां और अन्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता रोगी पंजीकरण के लिए एबीएचए का उपयोग कर रहे हैं। इससे मरीजों के रिकॉर्ड को उनके एबीएचए खातों के साथ डिजिटल रूप से जोड़ने में मदद मिली है। अब तक, 33 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड मरीजों के एबीएचए खातों से जोड़े जा चुके हैं।

मरीज किसी भी एबीडीएम-सक्षम पीएचआर ऐप (https://abdm.gov.in/our-partners/PHR) का उपयोग करके अपने मोबाइल पर इन रिकॉर्ड तक पहुंच सकते हैं। एबीडीएम के संदर्भ में पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड (पीएचआर) ऐप – एबीएचए ऐप ने अब तक 50 लाख डाउनलोड दर्ज किए हैं। मरीज पुरानी मेडिकल फाइलों और कागज-आधारित रिकॉर्ड रखने के तरीकों की जगह डिजिटल फॉर्मेट में अपने हेल्थ रिकॉर्ड को सुरक्षित रूप से मैनेज करने के लिए एबीएचए ऐप का उपयोग कर रहे हैं। एबीएचए ऐप एंड्रॉइड के साथ-साथ iOS यूजर्स के लिए भी उपलब्ध है।

एबीएचए नंबर का इस्तेमाल मरीजों द्वारा अस्पतालों में तत्काल पंजीकरण सेवाओं का लाभ उठाने के लिए भी किया जा रहा है। एबीडीएम के तहत शुरू की गई स्कैन और शेयर सेवा मरीजों को बाह्य रोगी विभाग (अस्पतालों में ओपीडी काउंटर) पर रखे गए क्यूआर कोड को स्कैन करने और तत्काल पंजीकरण के लिए अपने एबीएचए प्रोफाइल को साझा करने में सक्षम बनाती है। इस सेवा ने करीब 1.5 करोड़ मरीजों को रोजाना लाइन में लगने को लेकर ओपीडी पंजीकरण में लगने वाले समय को बचाने में मदद की है। यहां तक कि स्वास्थ्य सुविधाएं भी एबीएचए-आधारित पंजीकरण के साथ रोगियों के साथ-साथ रोगी रिकॉर्ड को बेहतर ढंग से मैनेज करने में सक्षम हैं।

एबीडीएम अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य क्षेत्र के सभी हितधारकों को डिजिटल हाइवेज के माध्यम से जोड़ रहा है। मरीजों के लिए एबीएचए नंबर की तरह स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का भी सत्यापन और पंजीकरण किया जा रहा है। एबीडीएम की हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्री (एचपीआर) में 2.6 लाख सत्यापित डॉक्टर और नर्स शामिल हैं, जबकि हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री (एचएफआर) में 2.26 लाख अस्पताल, क्लीनिक, लैब, फार्मेसी आदि रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा, देश भर में 56,000 से अधिक अस्पताल एबीडीएम-सक्षम समाधानों का उपयोग करते हैं। एबीडीएम को लेकर औऱ अधिक आंकड़े यहां https://dashboard.abdm.gov.in/abdm/ उपलब्ध हैं।

सर्विस प्रोवाइडर के लेवल पर डिजिटल हेल्थ एडॉप्शन को और बढ़ावा देने के लिए एनएचए ने एक डिजिटल हेल्थ इंसेटिव स्कीम (डीएचआईएस) शुरू की जो एबीएचए से जुड़े स्वास्थ्य रिकॉर्ड में हुई प्रगति के आधार पर स्वास्थ्य सुविधाओं, बीमा कंपनियों और हेल्थ सॉल्यूशन प्रोवाइडर्स को प्रोत्साहन देती है। डीएचआईएस पर अधिक विवरण यहां: https://abdm.gov.in/DHIS देखे जा सकते हैं।

निजी क्षेत्र की छोटी स्वास्थ्य सुविधाओं द्वारा एबीडीएम को सक्रिय रूप से अपनाने के लिए, एनएचए ने जुलाई 2023 में 100 माइक्रोसाइट्स परियोजना की घोषणा की। इस परियोजना के तहत 10 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 29 माइक्रोसाइट्स पहले से ही सक्रिय हैं। अधिक विवरण यहां: https://abdm.gov.in/microsites देखे जा सकते हैं। इन माइक्रोसाइट्स में क्लीनिक, लैब और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं में आने वाले मरीज़ डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं।

भारत ने डिजिटल सेवाओं को पूरे दिल से स्वीकार किया है। डिजिटल पहचान से लेकर डिजिटल भुगतान तक, दैनिक लेनदेन कागज-आधारित, कतार प्रणाली और मैन्युअल प्रक्रियाओं से डिजिटल, कतार-रहित और त्वरित सेवाओं में बदल गया है। एबीडीएम के साथ, स्वास्थ्य क्षेत्र खुद को बदल रहा है और सभी हितधारकों के लिए डिजिटल पहुंच को आसान बना रहा है।

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