रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने हल्द्वानी में “आजादी का अमृत महोत्सव” के दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया
हल्द्वानी, 14 अगस्त । भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत केंद्रीय संचार ब्यूरो नैनीताल के तत्वावधान में हल्द्वानी के हरगोविंद सुयाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में आयोजित “आजादी का अमृत महोत्सव” का दो दिवसीय कार्यक्रम प्रारंभ हो गया। इस अवसर पर भारत सरकार के रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट ने बतौर मुख्य अतिथि लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की स्वतंत्रता अनेक लोगों के लंबे त्याग और बलिदान के फलस्वरुप मिली है और आजाद भारत में हर भारतीय अपने आप को शिक्षित कर अपना जीवन मूलभूत रूप से सुधार सकता है । उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे भारत के इतिहास का गहन अध्ययन कर राष्ट्र निर्माण में अपनी महती भूमिका निभाएं । उन्होंने कहा कि देश में तेजी से बदलाव हो रहे हैं और हाल के वर्षों में पहली बार भारत सुरक्षा निर्यातकों के देशों की सूची में आ गया है।
इससे पूर्व भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और विभाग के अपर महानिदेशक विजय कुमार ने आजादी के अमृत महोत्सव के विभिन्न आयामों की चर्चा करते हुए कहा कि भारत सरकार ने पिछले 75 सप्ताह में लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के कई अनछुए पहलुओं को उजागर किया है जिससे लोगों के मन में आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने लोगों से न सिर्फ ब्रिटिश साम्राज्य के उपनिवेशवाद, बल्कि पुर्तगाली, डच, फ्रांसीसी उपनिवेशवाद के विरुद्ध हुए संघर्ष का भी अध्ययन कर प्रेरणा लेने का आग्रह किया।
वही “दैनिक भास्कर” के हल्द्वानी संस्करण के संपादक श्री रविशंकर शर्मा ने आजादी के आंदोलन में विभिन्न पत्रकारों और स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा अखबार के माध्यम से लोगों के बीच जन जागरण के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि बाल गंगाधर तिलक ने जब यह नारा दिया था कि ‘ स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’, तो इससे पूरा राजनीतिक मनोदशा मैं नई ऊर्जा प्रवाहित हुई थी ।
अपने उद्बोधन से पूर्व मुख्य अतिथि श्री अजय भट्ट, केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा एवं पर्यटन, भारत सरकार, ने तिरंगा फहराया और आज से 15 अगस्त तक चलने वाले ” हर घर तिरंगा ” के देशव्यापी अभियान का हिस्सा बने। इसके अलावा उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया जिसमें अन्य प्रमुख घटनाओं और वीरों की आत्मगाथा के साथ साथ उत्तराखंड के सेनानियों की जीवनी को भी समग्रता से समाहित किया गया है। यह प्रदर्शनी दो दिन तक चलेगी। इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के सीनियर क्लास के छात्र- छात्राओं ने संगीत, नृत्य व चित्रकला तथा वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। विजेताओं के नाम की घोषणा कर कल उन्हें सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में विभागीय कलाकार व विभाग के पंजीकृत सांस्कृतिक दल ने भी अपने कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम स्थल पर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा छात्र छात्राओं के मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य संबंधी एक परामर्श कैंप भी लगाया गया जो कल तक रहेगा।