अनुसंधान सुविधाओं को लेकर श्रीगुरुराम राय विवि और USAC में समझौता
–-उत्तराखंड हिमालय ब्यूरो ––
देहरादून, 12 अक्टूबर। बुधवार को उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र और एसजीआरआर विश्वविद्यालय देहरादून के बीच एक समझौता ज्ञापन ( MOU) पर संयुक्त अनुसंधान और सहयोगात्मक संस्थागत समर्थन के आदान-प्रदान के लिए हस्ताक्षर किए गए।
इस समझौता ज्ञापन पर यूएसएसी (USAC) के निदेशक प्रोफेसर एम.पी.एस बिष्ट और वाइस चांसलर एसजीआरआर विश्वविद्यालय के श्री यू.एस. रावत द्वारा हस्ताक्षर किए गए । डॉ. नीलम रावत वैज्ञानिकध्इंजीनियर यूएसएसी और श्री आरएस मेहता वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यूएसएसी के गवाह के रूप में हस्ताक्षर करने के समय मौजूद थे ।
इस एमओयू का सामान्य उद्देश्य सहयोगी और पारस्परिक रूप से लाभकारी कार्यक्रमों के विकास को प्रोत्साहित करना और सुविधाजनक बनाना है जो दोनों परिसरों में अनुसंधान और प्रशिक्षण से संबंधित बौद्धिक और सांस्कृतिक विकास को बढ़ाने और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाने में योगदान करने के उद्देश्य के साथ किया गया ।साथ ही साथ शिक्षण, प्रशिक्षण और अनुसंधान से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान में छात्रों, शिक्षक और वैज्ञानिक को सहयोग करनाय राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्त पोषित परियोजनाओं पर विशेष जोर देते हुए उपयुक्त संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं और अध्ययन पीएच.डी के संयुक्त पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा ।
निदेशक (USAC) प्रोफेसर एम.पी.एस बिष्ट ने यूएसएसी (USAC) की गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया और हिमालयन बेल्ट के गठन की उत्पत्ति, विकास में इसके महत्व और हिमालय और उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल के बारे में भी बताया। जो सीधे तौर पर सांस्कृतिक और आर्थिक और साथ ही इस क्षेत्र की भेद्यता (VULNAERABILITY) से संबंधित है।
राज्य की भौगोलिक स्थिति और आपदा विशेष रूप से भूस्खलन और जंगल की आग वास्तविक विषय चर्चा और सहयोग का मुख्य बिंदु था ।
इस मौके पर प्रोफेसर दीपक साहनी, रजिस्ट्रार एसजीआर विश्वविद्यालय, प्रोफेसर लोकेश गंभीर, डीन रिसर्च और डॉ. पोखरियाल प्रमुख आईटी विभाग एसजीआरआर से उपस्थित थे ।