क्षेत्रीय समाचार

जीएमवीएन और केएमवीएन के एकीकरण पर कर्मचारी नेताओं ने जताया विरोध

देहरादून, 25 नवंबर। गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) और कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) के एकीकरण पर तुली उत्तराखंड सरकार के सामने इस जिद को पूरी करने से पहले कर्मचारियों ने उनके मुद्दों का निस्तारण करने की मांग राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से की है और उन्हें बाकायदा पत्र भेज कर वार्ता के लिए बुलाने का आग्रह किया है।

गढ़वाल मंडल विकास निगम लि. की संयुक्त कर्मचारी महासंघ गढ़वाल मंडल विकास निगम की यहां निगम मुख्यालय में हुई अति महत्वपूर्ण बैठक में कर्मचारी संघ, कर्मचारी संगठन और मैनेजर वेलफेयर संगठन के पदाधिकरियों ने भाग लिया। बैठक में बताया गया कि विभिन्न समाचार माध्यमों से ज्ञात हुआ है कि गढ़वाल मंडल विकास निगम और कुमाऊं मंडल विकास निगम का एकीकरण सरकार द्वारा किया जा रहा है, जिसका बैठक में प्रमुख रूप से जोरदार तरीके से एक मत से एकीकरण का विरोध किया गया।

वक्ताओं ने कहा कि यदि एकीकरण बेहद जरूरी है तो पहले दोनों निगमों के कार्मिकों का उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद में समायोजन करते हुए उनका विनियमितिकरण किया जाए। साथ ही सेवानिवृत्त कार्मिकों के देयकों का भुगतान भी किया जाए। बैठक में पर्यटन मंत्री को पत्र भेज कर तमाम बिंदुओं पर वार्ता के लिए बुलाने का आग्रह किया गया साथ ही यह भी कहा गया कि एकीकरण तभी संभव है जब सारे लंबित मुद्दों का निस्तारण हो जाए। मुख्य रूप से कार्मिकों के विनियमितिकरण पर जोर दिया गया है। अन्यथा की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी गई है।

बैठक में राजेश रमोला, मनमोहन चौधरी, एस रामगढ़, बृजमोहन जुयाल, रणबीर रावत, ओम प्रकाश भट्ट, आशीष उनियाल, मुकेश उनियाल, बुद्धि सिंह विनीत जोशी, हरीश शाह, गिरवी रावत, अनुराग डंगवाल, विश्वनाथ बेंजवाल, गोकुल सिंह, कैलाश कोठारी, प्रमोद कुमार, राजेंद्र कुमार, विपिन बड़वानी आदि उपस्थित थे।

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