थराली नगर के नासिर बाज़ार पर मंडराया पिंडर नदी में समाने का खतरा
-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट –
थराली, 5 अगस्त। थराली नगर क्षेत्र के अंतर्गत अपर बाजार वार्ड के नासिर बाजर की अनुसूचित जाति बस्ती के नीचे पिंडर नदी के काटव के चलते कई आवासीय मकान खतरे की जद मे आ गये कटाव का सिलसिला लगातार जारी हैं। शनिवार को भी कटाव एवं भूस्खलन जारी रहा जिससे इस क्षेत्र के लोगों में दहशत बढ़ती जा रही है।
शुक्रवार को अचानक नासिर बाजार के नीचे पिंडर नदी ने कटाव शुरू कर दिया था। और देखते ही देखते कफी मात्रा में नदी मलबा एवं पत्थर आपने साथ बहाने लगी जो कि तेजी के साथ बस्ती की ओर बढ़ता रहा। भू कटाव की सूचना मिलते ही थराली के तहसीलदार प्रदीप नेगी ने इस क्षेत्र का दौरा कर भूस्खलन की जद मे रह रहे दो परिवारों को सुरक्षित अन्यत्र शिफ्ट करवा दिया है।
जबकि अन्य परिवारों को भी सुरक्षा की दृष्टि से अन्यत्र भेजें जाने के प्रयास शुरू कर दिए अब तक 5 परिवारों के सामने खतरे के घने बादल मंडरा रहे हैं। भूस्खलन का दायरा बढ़ने पर अन्य परिवारों के भी प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है ।
इधर थराली के उपजिलाधिकारी रविन्द्र जुवाठा ने बताया कि खतरे की जद मे रह रहे परिवारों को उनके रिश्तेदारो के यहां फिलहाल रखा गया हैं। उन्होंने बताया कि 2013 की आपदा मे भी यहाँ रह रहे कई प्रभावित परिवारों को आपदा के बाद विस्थापन का पैसा दिया गया हैं और अधिकांश लोगो ने मुआवजे के पैसो से अन्यत्र मकान भी बना लिए हैं । इसके बावजूद भी यहां रह रहे कितने लोगों को मुआवजा दिया गया हैं इसकी जांच की जा रही हैं। जांच के बाद ही अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
वही सामाजिक कार्यकर्ता रमेश चंद्र थपलियाल ने बताया कि वर्ष 2019 मे पिंडर नदी किनारे आवासीय मकानों की सुरक्षा के लिए बनायीं गयी सुरक्षा दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिससे नासिर बाजार के कई अन्य आवासीय मकानों को भी खतरा उत्पन्न हो गया हैं। कहा कि लंबे समय से पिंडर नदी के किनारे स्थानीय लोगों के द्वारा सुरक्षा दीवार बनाने की मांग की जाती रही हैं जिस पर शासन, प्रशासन के द्वारा ध्यान नही दिया गया। जिससे अब स्थिति गंभीर हो गई हैं।