राजनीति

अंकिता भंडारी हत्याकाण्ड के वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग को लेकर कांग्रेसियों ने मूसलाधार बारिस में दिया धरना

गांधी पार्क में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रखा मौन व्रत

देहरादून। प्रदेश को बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार एवं अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड के वीआईपी के नाम का खुलासा किये जाने तथा उसको शीघ्र न्याय की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा, पूर्व मंत्री डॉ हरक सिंह रावत व सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मौन व्रत रखा। कांग्रेस ने इस मामले में लीपापोती करने पर सरकार के विरोध में नारेबाजी की।

इस अवसर प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड में मातृशक्ति सुरक्षित नही हैं, एक आरटीआई के अनुसार 2022 में उत्तराखण्ड में 872 महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ, प्रत्येक दिन उत्तराखण्ड राज्य के अन्दर 3 बलात्कार उत्तराखण्ड राज्य में दर्ज हो रहे हैं। माहरा ने बताया कि उधम सिंह नगर में बलात्कार की 247 हरिद्वार में 229 और देहरादून 184 घटनाएं हुई हैं, सबसे कम अगर बलात्कार या छेडछाड की घटनाएं कहीं घटित हुई हैं तो वह उत्तराखण्ड का पर्वतीय क्षेत्र रूद्रप्रयाग जिला है यहॉ सिर्फ एक मामला दर्ज किया गया है, वहीं नैनीताल में 103 मामले दर्ज हुए हैं, अल्मोडा में 16 मामले दर्ज किए गए हैं। माहरा ने बताया कि पिथौरागढ में 17 मामले दर्ज किए गए हैं, चम्पावत में 7 मामले दर्ज हैं, बागेश्वर में 10 मामले दर्ज हुए हैं, टिहरी गढवाल में 15, उत्तरकाशी में 13, चमोली में 9, पौडी गढवाल में 20 बलात्कार के मामले दर्ज हुए हैं जो कि राज्य के लिए बहुत ही अशुभ संकेत हैं और जब तक अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड के दोषियों को सजा नही मिल जाती और वीआई का चेहरा बेनकाब नही हो जाता तब तक कांग्रेस न्याय की लड़ाई लड़ती रहेगी।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार के ढीले और लापरवाह रवैए की वजह से राष्ट्रीय मुद्दा बन गया। भाजपा नेता के रिसोर्ट पर आनन-फानन में बुलडोजर चलवाकर सारे साक्ष्य मिटा दिए गए। अंकिता केस के वीआईपी का नाम आज तक उजागर नहीं हो पाया है। इस हत्याकांड में एक नहीं सैकड़ों सवाल हैं जिनके जवाब अनुत्तरित हैं।

पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि ममता बहुगुणा जोशी पौड़ी के श्रीनगर से लापता है जिसकी हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस प्रशासन के पास कोई जवाब नहीं कि ममता कहां है और आखिर इस केस की फाइल को दबा क्यों दिया गया।

पूर्व मंत्री विधायक  राजेन्द्र भण्डारी ने कहा कि पौडी के घुडदौड़ी इन्जीनियरिंग कॉलेज की छात्रा द्वारा विभागाध्यक्ष एवं प्रो0 पर उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए आत्महत्या की, परन्तु कार्रवाई के नाम पर केवल उत्पीड़न करने वाले शिक्षकों के स्थानान्तरण कर दिये गये।

विधायक बिक्रम सिंह नेगी ने कहा कि केदार भंडारी 19 साल का युवा जो आंखों में सपने लेकर आया था अग्निवीर योजना के तहत भर्ती होने के लिए अचानक चोरी के इल्जाम में पुलिस पकड़ कर ले जाती है और केदार गायब हो जाता है तथा बाद मे उसके डूबने की मनगढ़ंत कहानी रची गई परन्तु लाश का आज तक कोई अता पता नहीं चला।

विधायक रवि बहादुर ने कहा कि सल्ट के दलित युवक जगदीश की निर्मम हत्या देवभूमि को शर्मसार करने वाली घटना थी। घटना से पूर्व श्री जगदीश द्वारा पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा से पुलिस सुरक्षा की मांग भी की गई थी परन्तु सरकार द्वारा उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई।
विधायक बिरेन्द्र जाति ने कहा कि हाल ही में हुई चमोली में पिंकी हत्याकांड, हरिद्वार में भाजपा नेता द्वारा महिला से बलात्कार की घटना, हर्रावाला देहरादून में दलित युवती मनाली हत्याकांड, हाथीबडकला देहरादून में महिला के साथ दुष्कर्म के  बाद  हत्या, टिहरी में दलित युवक जितेन्द्र दास एवं लखनलाल हत्याकांड, रूडकी के ढंडेरी गांववासी दलित युवक की हत्या ये सभी घटनायें राज्य में समाप्त हो चुकी कानून व्यवस्था के जीते जागते उदाहरण हैं।

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, महामंत्री प्रशासन विजय सारस्वत, पूर्व मंत्री हीरासिंह बिष्ट, मनीश खण्डूरी, पूर्व मंत्री राम सिंह सैनी, महंन्त विनय सारस्वत, गरिमा माहरा दसौनी, शीशपाल ंिसह बिष्ट, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी, अमरजीत सिंह, आयेन्द्र शर्मा, नवीन जोशी, महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला, आईडी के अध्यक्ष विकास नेगी, सुमित्तर भुल्लर, विकास नेगी, सुरेन्द्र अग्रवाल, दर्शन लाल, राजेश रस्तोगी, उर्मिला थापा, राजेश चमोली, नजमा खान, पिया थापा,नीरज त्यागी, डा. विजेन्द्र पाल सिंह, जयेन्द्र रमोला, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहित उनियाल, राजीव चौधरी, विनोद नेगी, मुकेश नेगी, कुंवर सजवाण, लक्षमी अग्रवाल, सतपाल ब्रहमचारी, उत्तम असवाल, अमन गर्ग, राजेन्द्र चौधरी, पूर्व विधायक रामयश सिंह, आशा मनोरमा डोबरियाल, शिवानी थपलियाल, अनिल बस्नेत, कै. बलवीर सिंह, ओ.पी. चौहान, पूरन रावत, प्रदीप जोशी, प्रभुलाल बहुगुणा, याकूब सिद्विकी, सुलेमा अली, जगदेव सिंह, आनन्द बहुगुणा, मुरली मनोहर, संतोष चौहान, मीना रावत, संजय कद्दू, मोहन काला, बिरेन्द्र पोखरियाल, सूरज नेगी, अनिल नेगी, चन्द्रमोहन खर्कवाल, विकास त्यागी, अंशुल त्यागी, पुष्पा पंवार, रवीन्द्र पुण्डीर, मुरारीलाल खण्डवाल, दीपा काण्डपाल सती, सुधीर शांडल्य, सचिन गुप्ता, हेमेन्द्र चौधरी, महेन्द्र नेगी गुरू जी, राजकुमार जयसवाल,  नवनीत सती, गिरीश पपनै, नवीन रमोला, लाखीराम विजलवाण, देवेन्द्र सिंह, अनुराग मित्तल, अनूप कपूर, प्रवीन त्यागी, कोमल बोरा, सुमित्रा ध्यानी, सविता पाल, नाशिर प्रवेज, बिरेन्द्र ठाकुर, अंशुल त्यागी, नीलम तिवाड़ी, अनुराधा तिवाडी, अमृता कौशल, मालती, सवित्री, रश्मि देवराड़ी, सविता सोनकर, बिरेन्द्र पंवार, रमेश नौटियाल, राजीव भार्गव, तुषार, शुभम जोशी, आर्यन राठौर, प्रशान्त शर्मा, दीपक पाण्डेय, नितिन तेश्वर, जगत खाती, अजय रावत, कुलदीप रावत, भरत सिह रावत, आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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