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शादियों और मतदान में कौन किस पर पड़ेगा भारी ? मतदान के दिन हैं हजारों विवाह लग्न

-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-
थराली, 27 मार्च। शादियों पर मतदान भारी पड़ेगा या मतदान पर शादियां भरी पड़ेगी एक बढ़ा प्रश्न बन कर उभर रहा हैं। दरअसल जिस दिन 19 अप्रैल को 18 वीं लोकसभा के चुनाव के लिए उत्तराखंड में पहले चरण का मतदान होना है उसी दौरान पूरे राज्य में शादियों के सैकड़ों लग्न तय हो चुकें हैं।जिसका प्रभाव मतदान पर पड़ना तय माना जा रहा है। इसके साथ बारातों को लेने लेजाने के लिए लोगों को भी खासी मस्कत करनी पड़ रही हैं।

भारत निर्वाचन आयोग ने देश की 18 वीं लोकसभा के गठन के लिए सात चरणों में मतदान का कार्यक्रम घोषित किया हुआ हैं। इसके तहत उत्तराखण्ड़ में पहले चरण में 19 अप्रैल को पांचों लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना है। 13 अप्रैल से बैशाख का महिना शुरू हो रहा हैं। जोकि हिंदुओं के पवित्र महिनों में सुमार हैं इस महीने अधिक गर्म और बारिश की संभावनाओं को देखते हुए प्रति वर्ष काफी अधिक शादियों के लग्न ठहराएं जातें हैं।

इस वर्ष भी एक दो महीने पहले ही लोगों ने अपने बेटे, बेटियों की शादी के लग्न ठहरा दिए हैं। बताया जा रहा है कि 16 अप्रैल से 19 अप्रैल तक काफी अधिक शादियों के लग्न निकालें जा चुके हैं।

भारत निर्वाचन आयोग इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए तमाम तैयारियों में जुटा हुआ हैं। ऐसे समय में भारी संख्या में शादियों के लग्न तय होने के चलते कही आयोग के प्रयासों पर इनका विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता हैं।

इसके अलावा जिन घरों में शादियों की तिथियां तय हो चुकी है उनके परिवारजनों को शादियों को लाने ले जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था करने में काफी अधिक मस्कत करनी पड़ रही हैं।इसका बड़ा कारण व्यवसायिक वाहनों को मतदान पार्टियों को लाने ले जाने सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन के द्वारा वाहनों को अधिग्रहण कर लिया है तो शादियों के लिए वाहनों की काफी अधिक कमी सामने आ रही हैं।

प्रशासन भी 16 से 19 अप्रैल तक वाहनों में बारातों को लाने ले जाने की अनुमति नही दे पा रहा है। जिससे लोगों को काफी अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।
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शादियों में वाहन चहाने वालों की जानकारी मांगे जाने के संबंध में एआरटीओं कर्णप्रयाग ज्योति शंकर मिश्र ने बताया कि अब तक उनके पास 250 के करीब शादियों के कार्ड के साथ आवेदन आ चुके हैं। जिसमें 700 से अधिक छोटे, बड़े वाहन चाहें गए हैं। बताया कि अब तक वे एक भी आवेदक को वाहन की परमीशन नही दे पाएं हैं। आवेदनों पर तेजी से निर्णय लिया जाएगा।

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