धूमधाम से मनाया गया गढ़वाल राइफल्स की 19वी बटालियन का स्थापना दिवस
-माउंट आबू कैंट से प्रभु पाल रावत-
गढ़वाल राइफल्स की एक उन्नत बटालियन 19 गढ़वाल राइफल्स ने अपनी स्थापना की 36 वीं वर्षगांठ राजस्थान के माउंट आबू छावनी में अरावली पर्वत की पहाड़ी पर मना रही है। यह स्थान गढ़वाल के सुदूरवर्ती गांवों से लगभग 1100 किलोमीटर दूर होने के कारण इसमे पूर्व सैनिक व उनके परिवार सरीक न हो सके।
इस बटालियन की स्थापना 05 नवम्बर, 1987 को गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर लैंसडौन में हुई थी।इसके संस्थापक लेफ्टिनेंट कर्नल राजेन्द्र सिंह रावत थे। लैंसडौन से दूसरे तीसरे दिन बटालियन बीर चक्र विजेता गबर सिंह कैम्प में आ गयी थी। उस समय इस कैम्प को कौडिया कैम्प नाम से पुकारते थे।कोटद्वार में बटालियन अपनी पूरी नफरी करने के छः माह बाद मीरा साहिब, जम्मू को प्रस्थान हुई। इन 36 सालों में बटालियन विभिन्न अग्रिम चौकियों पर तैनात रही जैसे कारगिल, कुपवाड़ा सेक्टर, मणिपुर, फिरोजपुर, डामडिग आदि।
बटालियन इस समय माउंट आबू में सेवारत सैनिकों व परिवार के साथ स्थापना दिवस मना रही है। 05 नवम्बर को बटालियन का बड़ा खाना रखा हुआ था। बैंड की मधुर ध्वनि के साथ-साथ भोजन का अच्छा प्रबन्ध किया गया । सब एक साथ खेल मैदान में जमावड़ा लगा रहा ।दो दिन पहले ही बटालियन के कुछ जवानों की पदोन्नति भी हुई है।जिसमें नायब सुबेदार संजय रावत को सुबेदार पद पर पदोन्नति मिली है।संजय रावत रिखणीखाल के सुदूर गाँव नावेतल्ली के हैं।
सैनिकों व उनके परिवार जनों, बच्चों में खुशी का माहौल है।यह क्षेत्र पूरा पहाड़ी इलाका है,जैसे लैंसडौन, मसूरी की तरह है।बटालियन यहां पर अपना कार्यकाल पूरा करने जा रही है। पूर्व सैनिकों के भी शुभ कामना संदेश पहुँच रहे हैं।