सरकार को ऊर्जा, वन एवं खनन में लक्ष्य के सापेक्ष नहीं मिल रहा राजस्व
—uttarakhandhimalaya.in —
देहरादून, 27 फ़रवरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार कोसचिवालय में राजस्व प्राप्ति की स्थिति की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभागों द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष अधिक से अधिक राजस्व प्राप्ति के प्रयास किये जाएं। विभिन्न विभागों एवं राजस्व बढ़ाने के लिए अन्य राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिस का भी गहनता से अध्ययन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अगले वित्तीय वर्ष के लिए अप्रैल में राजस्व लक्ष्य प्राप्ति के सबंध में बैठक की जायेगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि ऊर्जा, खनन एवं वन विभाग में राजस्व प्राप्ति बढ़ाने के लिए विभागों को विशेष प्रयासों की जरूरत है। विभागीय सचिव राजस्व बढ़ाने के लिए इसकी नियमित समीक्षा करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व प्राप्ति को बढ़ाने के लिए विभागों को ऑनलाईन सिस्टम पर अधिक ध्यान देना होगा। ऑनलाईन व्यवस्थाओं से जहां सबको कार्य करने में सुविधा होती है, वहीं सिस्टम पारदर्शी भी होता है।
बैठक में जानकारी दी गई कि राजस्व प्राप्ति के मुख्य स्रोत में एसजीएसटी, नोन-जीएसटी, स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन फीस,परिवहन, स्टेट एक्साइज ड्यूटी में लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व प्राप्ति की स्थिति अच्छी है। ऊर्जा, वन एवं खनन में लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व प्राप्ति में और प्रयासों की जरूरत है।
बैठक में वित्त मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर के. सुधांशु, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, श्री दिलीप जावलकर, श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी, श्री सचिन कुर्वे, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, श्री एच.सी. सेमवाल, श्री बृजेश कुमार संत, प्रमुख वन संरक्षक श्री विनोद कुमार सिंघल, अपर सचिव गण एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।