पर्यावरण

पर्यावरणविद मैती और एडमिरल राणा ने छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया

थराली से हरेंद्र बिष्ट –

पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने एवं पहाड़ी जिलों में बढ़ रहे पलायन के तहत मैती आंदोलन के जनक एवं पद्श्री से सम्मानित कल्याण सिंह रावत एवं सेवानिवृत्त एडमिरल ओम प्रकाश सिंह राणा ने राइका ग्वालदम के छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने के प्रेरित किया।

राइका ग्वालदम में आयोजित जलवायु परिवर्तन से उपजी समस्याओं से बच्चों को जागरूक करने एवं बच्चों के कैरियर को संवारने के टिप्स देने से संबंधित संवाद कार्यक्रम के तहत व्याख्यान देते हुए पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने मैती आंदोलन की जन्म स्थली ग्वालदम को बताते हुए अपने जीवन के 12 वर्ष के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि ग्वालदम में स्थानीय जनता एवं छात्र छात्राओं के सहयोग से पर्यावरण संरक्षण के लिए अनेकों कार्य किए।

उन्होंने जलुवाय परिवर्तन को चिंताजनक बताते हुए कहा कि बिना पेड़, पौधों के संरक्षण एवं पौधारोपण को बढ़ावा दिए बगैर इसे नियंत्रित नही किया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि वातावरण में तेजी के साथ प्रदूषण बढ़ रहा हैं जिसका प्रतिकूल असर मानव जीवन के साथ ही अन्य जीव-जंतुओं पर भी पड़ रहा हैं। इसके लिए मानव जाति की जिम्मेदारी है कि प्रकृति को हराभरा रखने के लिए दिन-रात प्रयास किए जाएं।

पद्मश्री रावत ने पानी के स्रोतों को संरक्षित रखने के लिए बांज प्रजाति के पौधों का अधिकाधिक रोपण कर उनका संरक्षण किए जाने, पालीथिन निर्मित सामग्रियों का परित्याग करने,जैविक खेती को बढ़ावा देने, जंगलों को दवानल से बचाने, अधिकाधिक पौधारोपण किए जाने की छात्रों से अपील की। उन्होंने कहा कि अब उनका उद्देश्य उच्चपदों से सेवानिवृत्त हो चुके पहाड़ी मूल के अधिकारियों को दिल्ली, देहरादून आदि शहरों में रहने के बजाए पहाड़ों में घूम कर यहां की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए प्रेरित किया जाए ताकि हों रहें पलायन को रोका जा सके।

इस अवसर पर एडमिरल ओपीएस राणा ने छात्र छात्राओं को भारतीय सेना में अपना कैरियर बनाने के टिप्स देते हुए कहा कि अपनी लोक संस्कृति के साथ युवा वर्ग बेहतरीन कैरियर बना सकता हैं। उन्होंने छात्रों से पंचभूत तत्व के सिद्धांत पर चलने की अपील करते हुए कहा कि अगर वें इस सिद्धांत के साथ आगे बढ़ते हैं तो कोई ताकत नही कि उन्हें सफलता से रोक सकें। उन्होंने अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के साथ ही अपनी लोक संस्कृति, बोली भाषा को भी बढ़ावा देने की अपील करते हुए कहा कि पहाड़ों में रहकर भी बेहतरीन से बेहतरीन रोजगार कायम किया जा सकता हैं।

इस अवसर पर कालेज के प्रधानाचार्य बीडी कुनियाल ने रावत एवं राणा का कालेज में आ कर छात्र छात्राओं को जानकारी देने पर दोनों का आभार व्यक्त किया। मौके पर कालेज के प्रवक्ता केएस राणा,शंभू प्रसाद शर्मा, राजकीय शिक्षक संघ के थराली ब्लाक अध्यक्ष बीएस नेगी,इको क्लब प्रभारी पीएस चौहान,स्काउट प्रभारी एएस नेगी, रविंद्र रावत,मनोज जोशी,आरके शाह,पुनम कुंवर,रेनु बुटोला आदि भी मौजूद रहे। एडमिरल राणा ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि इससे पहले उन्होंने अब तक रूद्रप्रयाग, गौचर, आदिबद्री, गैरसैंण, नारायणबगड़ के कालेजों में छात्र, छात्राओं से संवाद स्थापित किया।इस दौरान छात्र छात्राओं के द्वारा उनसे तमाम विषयों पर प्रश्र भी पूछें गए।इस दौरान सेवानिवृत्त अतरिक्त पुलिस अधीक्षक मदन सिंह फर्स्वाण में उनके साथ रहें। ग्वालदम के बाद कुमाऊं क्षेत्र के स्कूल, कालेजों में छात्र, छात्राओं से संवाद स्थापित किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!