मुश्किलें आ रहीं क्षतिग्रस्त बद्रीनाथ मार्ग खोलने में ; हजारों तीर्थ यात्री फंसे हैँ जहाँ तहाँ
-गौचर से दिग्पाल गुसाईं –
जनपद चमोली के प्रवेश द्वार कमेड़ा के जखेड़ में राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने का कार्य मंगलबार को भी गतिमान रहा।जिस प्रकार से लगातार ऊपर से मलवा खिसककर नीचे आ रहा है उससे डोजर आपरेटरों को मार्ग खोलने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार को क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश से ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जनपद चमोली के प्रवेश द्वार कमेड़ा जखेड़ में डाट पुलिया सहित वास आऊट होने के साथ ही बाकी बचे मार्ग पर भारी मलवा आने से मार्ग अवरूद्ध हो गया था। इससे जहां बद्रीनाथ सहित हेमकुंड आने जाने वाले यात्री जहां तहां फंस गए हैं। वहीं जनपद लिए जरूरी सामानों की आपूर्ति भी ठप्प होने से लोगों की मुस्किलें बढ़ गई हैं। एन एच ई डी सी एल व रेलवे निर्माण कंपनी डी बी एल ने संयुक्त रूप से मार्ग खोलने की कार्यवाही सोमवार से शुरू कर दी थी। लेकिन जिस प्रकार से मलवा हटाते ही फिर से ऊपर से मलवा आ रहा इससे इस स्थान पर काम करना खतरे से खाली नहीं है। इस दशा में लोगों को दो से ढाई किलोमीटर पैदल चलकर दूसरी ओर पहुंचना पड़ रहा है इससे महिलाओं व बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कमेड़ा पेट्रोल पंप के समीप 2013 में बनाए पुलिया के हिस्से की दीवार को पानी ने नुक़सान पहुंचाना शुरू कर दिया है। समय रहते इसकी रोकथाम नहीं की गई तो पुलिया को खतरा पैदा हो सकता है। रेलवे निर्माण कंपनी डी बी एल के वरिष्ठ प्रबंधक राजेश राय का कहना है कि जिस प्रकार से ऊपर से लगातार मलवा आ रहा है इससे मार्ग खोलना चुनौती बनता जा रहा है। उन्होंने बताया कि डबल स्टप की कटिंग कर मलवा रोकने का प्रयास किया जाएगा। पुलिया की जगह कैसे निर्माण किया जाय इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है। उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग कमलेश मेहता लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।