आंदोलित ग्राम पंचायत अधिकारियों को उत्तराखंड क्रांति दल का भी समर्थन
–थराली से हरेंद्र बिष्ट –
प्रदेश में ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों ने सरकार के द्वारा जारी एक फरमान को तुगलकी करार देते हुए राज्य में अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं। कर्मचारियों के इस आंदोलन को उत्तराखंड क्रांति दल ने अपन समर्थन देते हुए उप जिलाअधिकारी थराली के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा हैं जिसमें ग्राम पंचायत विकास अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारियों के एकीकरण को अन्याय पूर्ण ठहराते हुए इसे तत्काल वापस लिए जाने की मांग की है।
एसडीएम थराली रविंद्र जुवांठा के माध्यम से राज्यपाल को भेजे एक ज्ञापन में यूकेडी के केंद्रीय उपाध्यक्ष भूपाल सिंह गुसाईं ने कहा है कि नये नियम के तहत ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लगता हुआ नजर आ रहा है, उन्होंने कहा कि जहां एक और पूर्ववर्ती सरकारों ने ग्राम पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए अधिकार संपन्न कराए थे, वही पंचायतों को सशक्त बनाते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सभी प्रकार की सुख सुविधाएं मुहैया करवाने का जिम्मा ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के कंधों पर सौंप गया था। किंतु नए निर्देशों के बाद निश्चित ही पंचायतें कमजोर होगी। उन्होंने ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों के कार्य बहिष्कार को जायज ठहराते हुए उनके इस आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा करते हुए राज्यपाल से सरकार को नए निर्देशों को तत्काल वापस लेने की मांग की हैं।ज्ञापन में भुवन चंद्र हटवाल,जन कल्याण समिति बुँगा के हरपाल सिंह फर्शवाण, सामाजिक कार्यकर्ता महिपाल सिंह बिष्ट, विक्रम सिंह रावत, मनवीर भंडारी आदि के हस्ताक्षर मौजूद हैं।