सडक की मांग को लेकर सेरा मालकोटी के लोगों का प्रदर्शन, अब किसी को वोट नहीं देंगे
–पोखरी से राजेश्वरी राणा —
प्रधान भरत नेगी के नेतृत्व में सेरा मालकोटी के ग्रामीणों ने तहसील पहुंच कर सड़क की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और उपजिलाधिकारी सन्तोष कुमार पांडे को ज्ञापन सौंपकर उनकी ग्राम् सभा को सडक से जोड़ने की मांग की। प्रदेश की सरकारों के विकास के दावों के बावजूद ग्रामीणों को 5 किमी से भी अधिक दूर पैदल चल कर मोटर रोड तक पहुंचना पड़ता है। सबसे बड़ा संकट तब पैदा होता है जब गंभीर बीमार को ढो कर सडक तक पहुँचाना पड़ता है।
एस डी एम को सौंपे ज्ञान में ग्रामीणों ने कहा कि उनकी ग्राम सभा की आवादी 400 से अधिक है, लेकिन सड़क मार्ग न होने से उनकी ग्राम सभा के लोग आज भी आदम युग में जीने को मजबूर हैं । पीएमजीएसवाई द्वारा निर्मित उडामाडा -रौता मोटर मार्ग से सेरा मालकोटी के लिये 10 वर्ष पूर्व से 5 कि मी सड़क मार्ग प्रस्तावित है। जिस पर निर्माण कार्य हेतू लोक निर्माण विभाग पोखरी द्वारा अग्रिम कार्यवाही कि रिपोर्ट देनी है। लेकिन लोक निर्माण विभाग पोखरी ने आज तक यह कार्यवाही पूरी नहीं की और सेरामालकोटी को सड़क मार्ग से जोड़ने का मामला अधर में लटका हुआ है।
लों नि वि की घोर उपेशा के करण ग्रामवासी सड़क मार्ग के लाभ से बचित है तथा वे दैनिक उपभोग की वस्तुओं को पीठ पर लादकर पैदल चलने को मजबूर हैं । समस्या तब और गम्भीर हो जाती है जब बीमार बुजुर्गों,बच्चों और गर्भवती महिलाओं को ग्रामीण चारपाई और डडी – कन्डी के सहारे सीएचसी पोखरी पहुंचाते हैं। दूर अस्पताल तक पहुँचने में काफी दर हो जाने के करण कई बार बीमार और गर्भवती महिलाओं को रास्ते में ही दम तोड़ देते हैँ।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी सडक नहीं बनी तो सेरा मालकोटी के ग्रामीण जन आंदोलन छेड़ने को विवश होंगे साथ 2024 के लोक सभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी ।
इस अवसर पर प्रधान भरत नेगी, रेखा देवी, सोनी देवी, संतोषी देवी, सुनीता देवी, ताजबर सिंह, बीरेंद्र सिंह, दिगपाल सिंह, महावीर सिंह, रौता के प्रधान बीरेंद्र सिंह राणा, शरद बुटोला, सहित तमाम ग्रामीण मौजूद थे।