भारत क्यों आ रहे हैं एलन मस्क ….?
एलन मस्क अगले हफ़्ते भारत आ रहे हैं. दुनिया के तीसरे बड़े धनी व्यक्ति हैं. ट्विटर यानी X के मालिक हैं, उसी कारण आजकल ज़्यादा चर्चा में रहते हैं लेकिन उनको पहचान और पैसा दोनों Tesla कार बनाने से मिली है. उम्मीद है कि Tesla जल्द भारत में बनने लगेगी. हिसाब किताब में कहानी एलन मस्क की .
एलन मस्क 53 साल के हैं. जन्म दक्षिण अफ़्रीका में हुआ था. बाद में परिवार कनाडा चला गया.उन्होंने Zip 2 वेबसाइट बनाई. यह लोकल डायरेक्टरी थी, सारी जानकारी, नक़्शे ऑनलाइन थे. 28 साल की उम्र में यह कंपनी Compaq को बेच दी और करोड़पति बन गए. उनका अगला वेंचर था ऑनलाइन बैंक, नाम था X.com . यही अब ट्विटर का नया नाम है. यह आइडिया समय से पहले था. मस्क ने इसे PayPal को बेच दिया और फिर जब eBay ने PayPal ख़रीदा तो मस्क पर पैसे की बारिश हो गई.
यही पैसे उन्होंने दो कंपनियों में लगाएँ . पहले Space X में और फिर Tesla में , क़रीब 20 साल बाद यही कंपनियाँ मस्क को पहचान और पैसा दे रही है. अंतरिक्ष में जाना यह काम पहले सरकारों का माना जाता था. मस्क ने सोचा कि प्राइवेट कंपनी यह काम क्यों नहीं कर सकती है. NASA अमेरिका की सरकारी एजेंसी है. मस्क ने Space X को NASA के टक्कर में खड़ा कर दिया है.अब वो मंगल ग्रह पर मानव को बसाने में लगे हैं. उन्हें भरोसा है कि 2026 में वो मानव को मंगल ग्रह पर पहुँचा देंगे.उनका मानना है कि मानव को सिर्फ़ एक नहीं कई ग्रहों में रहने वाली प्रजाति बनना चाहिए. धरती को कल कुछ हो जाए तो यह एक तरह का लाइफ़ इंश्योरेंस है.
अब बात Tesla की तो यह कंपनी मस्क ने नहीं बनाई थी, उन्होंने सिर्फ़ पैसे लगाए थे और चेयरमैन थे. आगे चलकर वो कंपनी के CEO बन गए. 2010 में इस कंपनी के शेयर बिके तो मस्क की गिनती अरबपति में होने लगी. ये दुनिया की सबसे कामयाब इलेक्ट्रिक कार है. जब दुनिया की बड़ी बड़ी कंपनियाँ पेट्रोल डीज़ल की कार में लगी थी तब वो बिजली से चलने वाली कार बनाने में लगे थे. अब तक बाक़ी कंपनियाँ पीछे रहीं और Tesla आगे. हालात अब बदल रहे हैं. उनकी गाड़ियों की बिक्री अनुमान से कम हो रही है . 2030 तक उन्होंने हर साल 2 करोड़ गाड़ियों को बेचने का लक्ष्य रखा है. अभी बिकती है 18 लाख गाड़ियाँ. यही वजह है कि वो भारत का बाज़ार खोज रहे हैं.
Tesla के भारत नहीं आने का कारण रहा है इलेक्ट्रिक कार पर 100% की ड्यूटी यानी 29 लाख रुपये की Tesla भारत में 60 लाख रुपये की पड़ती है. सरकार ने अब पॉलिसी बदल दी है. कोई भी कंपनी भारत में 500 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी तो भारत में वो 15% टैक्स चुका कर कार बेच सकती है. Tesla की कार 35 लाख रुपये के आसपास मिलने की उम्मीद है.
भारत में इलेक्ट्रिक कार में रुचि तो बढ़ रही है पर बाज़ार अभी छोटा है. पिछले साल 100 में से सिर्फ़ 6 इलेक्ट्रिक कार बिकीं चीन में यही आँकड़ा 22 है. भारत में पिछले साल 80 हज़ार गाड़ियाँ बिकीं जबकि Tesla अकेले 18 लाख गाड़ी बेचता है. भारत में संभावना ज़्यादा है. यही संभावना मस्क को भारत ला रही हैं.