जल विद्युत निगम ने मानसून में पावर हाउसों का उत्पादन बढ़ाने की व्यवस्था की
देहरादून, 20 जुलाई (उहि)। यूजेवीएन लिमिटेड द्वारा अपनी परिचालन एवं अनुरक्षण के अंतर्गत परियोजनाओं में मानसून पूर्व की तैयारियां कर ली गई हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए यूजेवीएन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री संदीप सिंघल ने बताया कि मानसून अवधि के दृष्टिगत निगम द्वारा परियोजनाओं के परिचालन के अंतर्गत विभिन्न विद्युत गृहों एवं परियोजनाओं के सुचारू संचालन हेतु योजनाबद्ध रूप से आवश्यक कदम उठाए गए हैं। इस हेतु मशीनों, परिचालन प्रणालियों, संचार साधनों एवं मानव संसाधन का सुचारू समन्वय एवं प्रबंधन किया गया है एवं इनके समुचित क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।
निदेशक परिचालन पुरुषोत्तम सिंह ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि हर घंटे नदी का जल प्रवाह (River Discharge) व गाद (Silt) की मात्रा (PPM-Parts Per Million) लॉग बुक में अनिवार्य रूप से दर्ज किए जा रहे हैं। बांध एवं बैराज के अपस्ट्रीम में स्थापित विद्युतगृहों से निरंतर समन्वय बनाकर रखा जा रहा है जिससे बांध एवं बैराजों पर अधिक पानी आने से पूर्व अतिरिक्त सतर्कता बरती जा सके। डिस्चार्ज व पीपीएम के संबंध में मुख्यालय को भी सूचित किया जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से विद्युतगृहों की मशीनों को निर्धारित पीपीएम की सीमा तक ही चलाया जा रहा है। इसके साथ ही बांध एवं बैराजों पर कार्यरत किसी भी कार्मिक को अपरिहार्य कारणों को छोड़कर अवकाश स्वीकृत नहीं किया जा रहा है।
रात्रि पाली (Shift) में रात 9:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक अवर अभियंता पाली के साथ-साथ सहायक अभियंता एवं अधिशासी अभियंता द्वारा संबंधित बांध एवं बैराजों का निरीक्षण किया जा रहा है। बांध एवं बैराजों के गेट इत्यादि की कार्यप्रणाली की विश्वसनीयता सुनिश्चित कर ली गई है तथा ग्रिड फेल होने की स्थिति में रिवर साइड गेट उठाने के लिए विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए डीजल जनरेटर के परिचालन हेतु स्पेयर पार्ट्स सहित उपलब्धता एवं 10-15 दिनों की आवश्यकता के अनुरूप डीजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। निदेशक परिचालन ने बताया कि मशीनों तथा सहायक उपकरणों जैसे डिवाटरिंग पंप्स, बेकर्स, कंप्रेसर तथा ट्रांसफार्मर के साथ ही फीडर्स, लाइन इत्यादि के स्पेयर्स की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गई है।
इंटेक गेट, ड्राफ्ट ट्यूब गेट, बाईपास गेट आदि की परिचालन प्रणाली (operating mechanism) के सुचारू संचालन की स्थिति भी सुनिश्चित कर ली गई है। त्वरित संचार हेतु बांध, बैराज एवं विद्युत गृहों में उपलब्ध टेलीफोन तथा मोबाइल कम्युनिकेशन के साथ-साथ सायरन, हूटर्स, आपातकालीन वाहन आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए आपातकालीन दूरभाष संपर्क नंबरों को भी अपडेट कर लिया गया है। श्री पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि जनता को सतर्क करने के लिए विभिन्न स्थानों पर नदियों में न जाने के सूचना बोर्ड लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त बांध एवं बैराजों से पानी छोड़ने से पूर्व सायरन बजाने के साथ ही वाहन द्वारा भी डाउनस्ट्रीम क्षेत्र में आम जनता को सूचित किया जा रहा है। साथ ही अपस्ट्रीम से नदियों में अधिक पानी की स्थिति की सूचना मिलने पर जिला प्रशासन को भी सूचित कर दिया जाएगा। उपरोक्त के अतिरिक्त मानसून अवधि में संभावित आपदाओं के दृष्टिगत आवश्यक अन्य तैयारियों को भी समय से पूर्ण करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।