ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की एक और सुरंग हुयी आर पार, अगले खुल जाएंगी सारी सुरंगें
-गौचर से दिग्पाल गुसाईं –
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन के इतिहास में रविवार को एक उपलब्धि और जुड़ गई है। मेघा इंजीनियरिंग कंपनी ने 8 वीं वाहिनी से गौचर तक की सहायक 15 नंबर टनल को बिग थ्रो कर दिया है।इस अवसर पर कंपनी के इंजीनियरों ने खुशी का इजहार किया है।
ऋषिकेश से कर्णप्रयाग की 125 किमी लंबी रेल लाइन पर मेघा इंजीनियरिंग कंपनी नरकोटा से गौचर तक लगभग 27 कीलो मीटर का निर्माण कार्य कर रही है। गौचर के नजदीक भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की 8 वीं वाहिनी के समीप से भटनगर तोक तक लगभग 2.7 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।
कंपनी ने रविवार को मुख्य टनल की सहायक टनल को आर-पार कर ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेल लाइन के इतिहास में एक और उपलब्धि हासिल कर दी है। इसी स्थान पर बनाई जा रही मुख्य टनल का निर्माण कार्य दो माह के भीतर पूरा होने की संभावना जताई गई है।
इससे पहले कंपनी ने गत वर्ष नरकोटा से जवाड़ी बाईपास तक 3.2 किलोमीटर लम्बी टनल को आर-पार करने में कामयाबी हासिल की थी। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर एच एन सिंह के अनुसार रविवार को थ्रो की गई टनल के निर्माण में लगभग 170 कर्मचारियों व अधिकारियों की टीम को दो साल का समय लगा है। गौचर से घोलतीर की टनल को मई माह तक थ्रो कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि टनलों को पूरा करने के लिए 2025 का टारगेट दिया गया है उम्मीद है कि हम इस टारगेट को समय पर पूरा कर देंगे। इस अवसर पर मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव, प्रोजेक्ट मैनेजर हरेंद्र कुमार, हरिदयानंद सिंह, सीनियर प्लानिंग मैनेजर हाकिम मुजामिल, रेजीडेण्ट इंजिनियर सुभाष ठाकुर, लाइजनिंग अधिकारी विनोद चौधरी,टी सी एम विनयपाल,भू वैज्ञानिक अनिल मलेठा, आनंदपाल,टनल इंजिनियर विक्रांत, दीपक, इलेक्ट्रिकल मैनेजर व्यासदेव शर्मा, सर्वे इंचार्ज प्रफुल्ला कुमार, मैकेनिक इंजिनियर राहुल, भरत, आदि कई अधिकारियों ने खुशी का इजहार करते हुए आपस में मिष्ठान वितरण किया।