आम आदमी पार्टी प्रदेशभर में 11 भाषाओं में चला रही पोस्टर अभियान, जानिए कौन सा पोस्टर अभियान चला रही आप पार्टी
दिल्ली- एनसीआर। आम आदमी पार्टी आज देशभर में अपना पोस्टर अभियान चला रही है जिसके तहत वो 11 भाषाओं में ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ के पोस्टर लगा रही है। इसका एलान पार्टी ने बीते मंगलवार को किया था। आज आम आदमी पार्टी ने देशभर से अपने कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए विभिन्न भाषाओं के पोस्टर शेयर किए। आम आदमी पार्टी ने लगातार कई ट्वीट करके अलग-अलग राज्यों में पोस्टर चिपकाने के अपने अभियान की जानकारी दी।
इसके साथ ही गोपाल राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देते हुए कहा कि, इस अभियान का दूसरा चरण 10 अप्रैल को चलाया जाएगा। 10 अप्रैल को देशभर के विश्वविद्यालयों में मोदी हटाओ देश बचाओ के पोस्टर लगाए जाएंगे। गोपाल राय ने आगे कहा, ये देश किसी की जिद पूरी करने के लिए नहीं है। देश की समस्याओं को खत्म करने की जगह प्रधानमंत्री मोदी विपक्ष और संविधान को खत्म करने में लगे हैं। हम एक Simple सवाल पूछ रहें हैं- क्या देश का प्रधानमंत्री पढ़ा-लिखा होना चाहिए? क्या भाजपा और दिल्ली पुलिस मानती है कि पीएम पढ़ा-लिखा नहीं होना चाहिए?
गोपाल राय आगे बोले, लोकतंत्र का मूल आधार संविधान है। संसद, विधान सभा और चुनाव प्रणाली सत्ता पक्ष और विपक्ष के खिलाफ एजेंसी के दुरुपयोग से विपक्ष विहीन सत्ता संचालित करना ये दिखाता है कि भाजपा का मिशन है, भारत एक तानाशाह की मुट्ठी में हो इसलिए देश अब निराश हो रहा है। आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ 11 भाषाओं में पोस्टर जारी किए हैं। पोस्टर हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, पंजाबी, मलयालम, उड़िया, कन्नड़, बांग्ला, गुजराती, उर्दू और तेलुगु भाषाओं में तैयार कराए गए हैं। आम आदमी पार्टी 30 मार्च को पूरे देश में ये पोस्टर लगा रही है।
आप के प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने मंगलवार को बताया था कि देश में भाजपा की अघोषित तानाशाही लागू हो चुकी है। वह लोकतंत्र खत्म करने में लगी हुई है। भाजपा चुनाव आयोग व सीबीआई-ईडी को अपने इशारे पर चलने पर मजबूर कर रही है। उनका काम केवल विपक्ष के नेताओं के ऊपर फर्जी मुकदमे चलाकर जेल के अंदर बंद करने तक सीमित रह गया है। इसके अलावा न्यायपालिका को भी कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है, वहीं वह राज्य सरकारों को स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने दे रही है, लेकिन अब देश और विपक्ष के नेता किसी भी तरह के षड्यंत्र व फर्जी एफआईआर से डरने वाले नहीं है।