महाकुंभ में आयुष : 1.21 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने निशुल्क परामर्श और दवाइयां लीं
The Ayush team at Maha Kumbh comprises 80 doctors across 20 OPDs to provide 24×7 medical services. These OPDs are equipped to address a wide range of common and chronic conditions. Foreign devotees are also utilising Ayush services, including OPD consultations. Also, daily therapeutic yoga sessions are being conducted from 8:00 AM to 9:00 AM at designated camps in the Sangam area and Sector-8, led by trainers from the Morarji Desai National Institute of Yoga (MDNIY), Ministry of Ayush, New Delhi. The participation of international devotees in these sessions highlights the growing interest and trust in Ayush services among the local and global public.
प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों और आगंतुकों के लिए आयुष ओपीडी, क्लीनिक, स्टॉल और सत्र प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन कर उभर रहे हैं। आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय आयुष मिशन, उत्तर प्रदेश के सहयोग से इस महाकुंभ में आयुष सुविधाओं की एक श्रृंखला की व्यवस्था की है, जिसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं को निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इन सुविधाओं पर 1.21 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आयुष सेवाओं का लाभ उठाया है।
महाकुंभ में आयुष टीम में 20 ओपीडी में 80 डॉक्टर शामिल हैं, जो चौबीस घंटे लगातार चिकित्सा सेवाएं प्रदान करते हैं। ये ओपीडी कई तरह की सामान्य और पुरानी बीमारियों को ठीक करने के लिए सुसज्जित हैं। विदेशी श्रद्धालु भी ओपीडी परामर्श सहित आयुष सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा, संगम क्षेत्र और सेक्टर-8 में निर्धारित शिविरों में सुबह 8 बजे से 9 बजे तक प्रतिदिन चिकित्सीय योग सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिनका नेतृत्व आयुष मंत्रालय, नई दिल्ली के मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) के प्रशिक्षकों द्वारा किया जा रहा है। इन सत्रों में अंतरराष्ट्रीय भक्तों की भागीदारी स्थानीय और वैश्विक जनता के बीच आयुष सेवाओं में बढ़ती रुचि और विश्वास को दर्शाती है।
इन पहलों का उद्देश्य आयुष चिकित्सा पद्धति और औषधीय पौधों आदि में हुई प्रगति के बारे में भक्तों को जानकारी देकर उन्हें सशक्त बनाना है।राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (एनएमपीबी) ने औषधीय पौधों की रचनात्मक प्रदर्शनी लगाई और इन पौधों के सामान्य लाभों सहित इनके बारे में जानकारी साझा करने के लिए विशेषज्ञों को भी तैनात किया। भक्तों को इन पौधों को उगाने के संभावित वित्तीय लाभों के बारे में भी बताया गया और निशुल्क पौधे भी वितरित किए गए।
महाकुंभ में आयुष नोडल अधिकारी डॉ. अखिलेश सिंह ने कहा, “हमारी टीम न केवल रोगियों का इलाज करती है, बल्कि उन्हें औषधीय पौधों की आर्थिक क्षमता के बारे में भी बताती है। हमारा उद्देश्य उनकी खेती को बढ़ावा देकर लोगों के स्वास्थ्य में सुधार के साथ-साथ उनके लिए आजीविका का स्रोत भी बनाना है।”
बुजुर्गों की देखभाल और निशुल्क दवा वितरण
महाकुंभ में आयुष टीम ने इम्युनिटी बूस्टर और कैल्शियम की गोलियों सहित दवाओं के निशुल्क वितरण की भी व्यवस्था की है। बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने के आयुष मंत्रालय के जारी प्रयासों के अनुरूप, महाकुंभ में आयुष टीम बुजुर्गों की सुविधा के लिए समर्पित है और उन्हें आयुष सेवाएं प्रदान कर रही है। अब तक लगभग 45 प्रतिशत लाभार्थी बुजुर्ग आबादी के सदस्य हैं। आम बीमारियों और उनके आयुष उपचारों पर जानकारीपूर्ण पर्चे भी वितरित किए जा रहे हैं।
त्वचा रोग से पीड़ित सुल्तानपुर के एक श्रद्धालु रघुनंदन प्रसाद ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, “आयुष शिविर से दवाइयां लेने के बाद मेरी सेहत में धीरे-धीरे सुधार हुआ है। मैं सरकार और आयुष के प्रयासों के लिए उनका आभारी हूं।”