नदियों के खनन पट्टे बंद होने से खनन मजदूर संकट में, सरकार को राजस्व हानि
कोटद्वार, 15 दिसंबर ( शिवाली)। भाबर क्षेत्र मैं मारन. सुखरो समेत अन्य नदियों के खनन पट्टे न होने से सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चूना लग रहा है।
दूसरी और चोरी छिपै हो रहे अवैध रूप से खनन से सम्बंधित अथिकारी चांदी काट रहै है। स्थिति यह है कि जहां कई ट्रेक्टर मालिकों ने अपने ट्रेक्टर बेच दिए हैं और वह आर्थिक तंगी के कगार पर हैं। वहीं इससे जुड़े सैकड़ों मजदूर आर्थिक तंगी के चलते बेरोजगार हो गए हैं। उन्हें खानै के लालै पड़ गये है। बरसात के बाद नदियों में चेनेलाइजेशन न होने से नदियों के तटवर्ती क्षेत्र गहरे हो गए हैं।
गत सायं एक ट्रेक्टर चालक ने बेरोजगारी से तंग आ कर जहर खा कर अपनी जान दे दी। बीती देर शाम प्रजापति नगर निवासी एक व्यक्ति ने आर्थिक तंगी के चलते जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। प्रजापति नगर निवासी नीतिन प्रजापति ने देर शाम गाडीघाट हेलीपेड में जाकर जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। सूचना मिलने पर परिजन उसे अस्पताल ले गए। अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक नीतिन ट्रेक्टर चलाता था और विगत माह वन विभाग द्वारा खनन को लेकर उसे पकड़ा भी गया था। बताया जाता है वह तभी से बेरोजगार चल रहा था और उस पर काफी कर्जा भी हो गया था। ब्याज खोर पैसों के लिए उसे परेशान कर रहे थे. जिसके चलते उसने सुसाइड कर लिया।