संसद लोकार्पण का विरोध करने वाले विपक्षी सांसद क्या इस्तीफा देंगे : पोस्ती
देहरादून, 27 मई। बदरी केदार मंदिर समिति के सदस्य तथा भाजपा नेता श्रीनिवास पोस्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों नए संसद भवन के लोकार्पण का बहिष्कार करने वाले विपक्ष के नेताओं से सवाल किया है कि क्या वे आगामी संसद सत्र में भाग लेंगे?
श्री पोस्ती ने कहा कि विपक्ष के नेता जब नए संसद भवन के लोकार्पण का विरोध कर रहे हैं तो इससे यही ध्वनित हो रहा है कि राष्ट्र के स्वाभिमान और लोकतंत्र के गौरव की नई इमारत से उन्हें परहेज है, ऐसे में उन्हें नैतिक रूप से संसद में प्रवेश के लिए उनकी आत्मा धिक्कार सकती है। इसलिए स्वाभाविक सवाल यह है कि क्या विपक्ष के बहिष्कारवादी सभी नेता लोक सभा और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने जा रहे हैं?
श्री पोस्ती ने कहा कि राष्ट्र को स्वनिर्मित नया संसद भवन मिलने जा रहा है और यह क्षण राष्ट्र के लिए गौरव, संस्कृति, विरासत और स्वाभिमान का अवसर है, ऐसे ऐतिहासिक मौके का बहिष्कार करना निश्चित ही दुर्भाग्यपूर्ण है। पोस्ती के मुताबिक विपक्ष कुत्सित प्रयास करके न सिर्फ लोकतंत्र का अपमान कर रहा है बल्कि भारतीय संस्कृति का भी तिरस्कार कर रहा है। जनता सब देख रही है और उसे निश्चित रूप से इसकी कीमत चुकानी होगी।
श्री पोस्ती ने कहा कि संसद भवन के लोकार्पण का विरोध निसंदेह घातक कदम है। कदाचित गोस्वामी तुलसीदास जी ने मानस में इसीलिए उल्लेख किया होगा कि “जाको प्रभु दारुण दुख देहीं, ताकी मति पहले हर लेही।” यानी जिसको विधाता दारुण दुःख देना चाहते हैं, उसकी मति का हरण पहले ही कर लेते हैं।