कांग्रेस का आरोप ; महिला उत्पीड़न और गुंडागर्दी के मामले में सुर्खियाँ बटोर रहा है उत्तराखंड
देहरादून, 12 मई। उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था एवं अपराधी तत्वों को सत्ताधारी दल के संरक्षण के कारण उत्तराखंड महिला उत्पीड़न, अनाचार और गुंडागर्दी के मामले में देशभर में सुर्खियाँ बटोर रहा है।
गरिमा ने आज जारी बयान में कहा कि अभी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा मारपीट प्रकरण ठंडा भी नहीं पड़ा था की 5 मई को धर्म नगरी ऋषिकेश के एक रसूखदार द्वारा युवती के साथ छेड़छाड़ का मामला सुर्खियों में आ गया। दसौनी ने कहा कि मुख्य आरोपी राकेश अग्रवाल रसुखदार है। दसोनी ने कहा यह हमारे प्रदेश के लिए विडंबना ही है कि आज उत्तराखंड राज्य आज हर बुरे काम के लिए राष्ट्रीय पटल पर सुर्खियां बटोर रहा है । चिंताजनक बात यह है कि महिला उत्पीड़न के मामलों में सत्ताधारी दल के लोगों के चेहरे सामने आते रहे हैँ चाहे पूर्व सगठन मंत्री का मामला हो या विधायक पर दुष्कर्म का मामला हो या फिर अंकिता मर्डर कांड हो।
दसोनी ने कहा के महिलाओं के प्रति अपराध है कि रुकने के बजाय बढ़ते ही चले जा रहे हैं और ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि क्योंकि भाजपा सरकार का महिला अपराध या महिला सुरक्षा की ओर कोई फोकस ही नहीं है ना इस और कोई कदम उठाया जा रहा है ।
दसोनी ने कहा की अंकिता हत्याकांड में जिस तरह से आरोपियों का बचाव किया जा रहा है और पूरे मामले की लीपापोती की जा रही है उससे हवस के भूखे लोगों के मंसूबे और बढ़ते चले जा रहे हैं, अपराधियों के अंदर सरकार या पुलिस प्रशासन का डर खत्म होता चला जा रहा है
दसोनी ने कहा कि हम सबके लिए यह बहुत ही शर्मनाक और उत्तराखंड के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि तीर्थ नगरी ऋषिकेश में राकेश अग्रवाल जो कि पूर्व में मंडी समिति का अध्यक्ष रह चुका हैं, त्रिवेंद्र सरकार में वन विकास निगम का सदस्य रह चुका हैं और वर्तमान में रोटरी क्लब का अध्यक्ष है उस पर एक ऐसी लड़की का यौन शोषण का आरोप है जो उन्हें बचपन से ताऊ जी कहकर बुलाती थी। द्सोनी ने कहा कि ऐसे लोग सभ्य समाज में रहने लायक नहीं हैं।
दसौनी ने कहा की इतने विभत्स कांड के चर्चा में होने के बावजूद अभी तक महिला आयोग की अध्यक्ष की ओर से कोई बयान न आना जबकि आयोग की अध्यक्ष ऋषिकेश से ही ताल्लुक रखती है।