परम्परागत हर्षोल्लास से मनाया गया दीपोत्सव पोखरी क्षेत्र में
–पोखरी से राजेश्वरी राणा —
क्षेत्र में दीपों का त्योहार दीपावली धूमधाम से मनाया गयी। लोगों में दीपावली पर्व को लेकर गजब का उत्साह बना हुआ है। दीपावली पर्व के लिये जहां नौकरी पेशा लोग सूदूर क्षेत्रों से अपने घर गांवों को आ रखें है, वहीं धियानियांब भी अपने अपने मायको को आ रखी हैँ।
महंगाई के बावजूद त्योहार पर गांवों में आजकल खूब चहल पहल देखने को मिल रही है। अपने घरों को दीपमालाओं से सजाकर लोगों ने सुबह पूजा पाठ कर अनाज झगोरे का पीडा बनाया और उसके लड्डू बड़े सम्मान के साथ गायों को खिलाये फिर शाम को दाल के पकोड़े और पूरी बनाकर मां लक्ष्मी की पूजा की फिर तत्पश्चात चीड़ की लकड़ी के भल्लो बनाकर भेमल की रस्सी पर बांध कर आग लगाकर उन्हें घुमाकर खेला।
दिवाली की रात को महिलाओं और पुरुषों ने झुमैलो लगाकर और नृत्य कर दीपावली का पर्व मनाया। रात भर बच्चों न खूब पटाखे चला कर हर्षोल्लास के साथ दीपावली का त्योहार मनाया। दीपो का पर्व दीपावली प्रत्येक वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या को मनाया जाता है। हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान श्री राम 14 वर्ष का वनवास काटकर पत्नी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ इसी दिन अयोध्या लौटे थे इसी खुशी में इस दिन अयोध्या के लोगों ने दीप प्रज्वलित कर सम्पूर्ण धरा को प्रकाशमान कर भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम राम का स्वागत किया था। वहीं यह भी मान्यता है ,कि दीपावली के दिन ही धन की देवी मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। इसलिये आज दीपावली के दिन माता लक्ष्मी के साथ साथ गणेश भगवान और धन के देवता कुबेर की भी पूजा की जाती है