शिक्षा/साहित्य

नर्सिंग काउंसिल के प्रभारी रजिस्ट्रार के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की मांग

हरिद्वार,19   मई।  नर्सिंग काउंसिंग के प्रभारी रजिस्ट्रार के खिलाफ अब एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट पैरामेडिकल एंड नर्सिंग इंस्टिट्यूशन ने भी मोर्चा खोल दिया है। स्वस्थ्य शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से मिलकर एसोसिएशन राम कुमार के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए इन्हें तत्काल पद से हटाने की मांग की है।

नैनीताल में सम्पन्न हुई एसोशिएशन की बैठक में सर्वसहमति से प्रभारी रजिस्ट्रार राम कुमार शर्मा के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास हुआ। सभी कॉलेजों ने एक सुर में रामकुमार को तत्काल हटाने तथा इनके खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की मांग स्वस्थ मंत्री से की गई। एसोसिएशन का आरोप है कि प्रभारी रजिस्ट्रार अपने पद का नाजायज लाभ उठा रहा है। आये दिन निरीक्षण के नाम पर कालेजो का उत्पीड़न कर रहा है। जबकि कुछ कथित लोगों के साथ मिलकर मानकों के विपरीत नए नर्सिंग कालेजों को मान्यता दे रहा है। जिससे शिक्षा का स्तर को गिरेगा ही साथ ही फर्जीवाड़े की शिकायतें बढेगी।

एसोसिएशन ने 18 बिंदुओं पर जांच की मांग करते हुए मंत्री को ज्ञापन सौंपा है। जिसमे बताया गया कि उत्त्तराखण्ड नर्सिंग काउंसिल के प्रभारी रजिस्ट्रार रामकुमार शर्मा इस पद के लिए योग्य न होने के बावजूद इस पद पर काबिज है और अपने पद का गलत उपयोग कर सरकार की छवि खराब कर रहे है। कालेजों में निरीक्षण व मान्यता देने के नाम पर आर्थिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है। आरोप है कि इन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नोकरी पाई है। राजस्थान के मूल निवासी होने पर भी इनके द्वारा उत्त्तराखण्ड का मूल निवास प्रमाण पत्र बनवाया गया था, जिसके आधार पर इनकी नोकरी लगी है। अपने पद का लाभ उठाते हुए राम कुमार ने अपने साले हरिकांत शर्मा को नर्सिंग कालेज चंपावत में सहायक प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति दिलाई है। इनके द्वारा नियमों में फेरबदल कर चिकित्सा स्वास्थ्य से चिकित्सा शिक्षा विभाग में कैडर बदलने व स्थानांतरण के नाम पर स्टाफ नरसब्व फैकल्टी से मोटी रकम वसूल की जा रही है।

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