पूछते हैँ जनप्रतिनिधि ? चमोली की जिला योजना में कब होगी बढ़ोतरी
–रिपोर्ट-हरेंद्र बिष्ट —
थराली, 18 अप्रैल। जिलों में विकास कार्यों में तेजी लाएं जाने के लिए सरकार के द्वारा जिला योजना के तहत आवंटित होने वाली धनराशि में आखिर सरकार कब बढ़ोतरी करेगी लंबे समय से यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है। इसके अलावा जिला योजना में जनसंख्या के साथ ही भौगोलिक आधार पर भी धनराशि का आवंटन किया जाना की मांग उठनी लगी है ।
पंचायत प्रतिनिधियों, जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों के तालमेल के साथ जिलों के विकास में तेजी लाने के राज्य सरकार ने जिला योजना का गठन कर धनराशि सीधे जिलाधिकारी के खातों में भेजे जाने का प्रावधान किया गया हैं।इसकी देखरेख के लिए जिले के प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित जिला योजना की बैठक में विभागों के द्वारा प्रस्तुत योजनाओं को सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार अंतिम रूप प्रस्ताव को पारित कर विभागों को धनराशि मुहैया कर निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाते हैं। किंतु लंबें समय से जिला योजना में धनराशि को बढ़ाने की जिला पंचायत सदस्य,ब्लाक प्रमुख, विधायक उठाते आ रहें हैं।
उनका मानना है कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों में तेजी लाएं जाने के लिए जिला योजना में धनराशि बढ़ाई जानी चाहिए। इस साल जिस तरह से चमोली जिले के जिला योजना के तहत 68 करोड़ 75 लाख 34 हजार रूपयों का परिव्यय रखा गया हैं वह 3 विधानसभा 9 ब्लाकों में फैल जिले के लिए ना काफी माना जा रहा हैं।
इस संबंध में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी का कहना हैं कि 2015-16 में भी चमोली की जिला योजना 65 करोड़ का परिव्यय तय था। जबकि इन 6-7 वर्षों में मंहगाई काफी बढ़ गई हैं। इसके बावजूद भी परिव्यय नही बढ़ाया गया हैं जिसका विपरीत प्रभाव विकास कार्यों पर पड़ रहा हैं। इसके साथ ही उनका मानना हैं कि जनसंख्या के बजाय जिला योजना में धनराशि का आवंटन क्षेत्रफल के अनुसार किया जाना चाहिए।कहा कि चमोली जिले की जनसंख्या कम हैं किन्तु भौगोलिक क्षेत्रफल काफी अधिक है।जिस कारण इस जिले में विकास के लिए कम धनराशि आवंटन होने के कारण अपेक्षित विकास नही हो पा रहा हैं। उन्होंने चमोली जिले की जिला योजना बढ़ाएं जाने की सरकार से मांग की हैं।