नीति आयोग ‘विकसित भारत @ 2047: टीम इंडिया की भूमिका’ विषयक बैठक में धामी उत्तराखंड का पक्ष रखेंगे

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देहरादून, 26   मई।  नीति आयोग 27 मई, 2023 को नई दिल्ली के प्रगति मैदान के नए सम्मेलन केंद्र में ‘विकसित भारत @ 2047: टीम इंडिया की भूमिका’ विषय पर अपनी शासी परिषद की 8वीं बैठक का आयोजन करेगा। इस बैठक में भाग लेने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शुक्रवार को दिल्ली पहुँच रहे हैं। इसमें धामी उत्तराखंड को 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार के स्तर पर उठाए गए कदमों की जानकारी देंगे। एजेंडे के अनुरूप सीएम धामी राज्य में सूक्ष्म एवं लघु उद्योग, स्वास्थ्य शिक्षा, कौशल विकास आदि के क्षेत्र में राज्य की प्रगति और भावी लक्ष्यों की जानकारी भी साझा करेंगे।

दिन भर चलने वाली इस बैठक के दौरान आठ प्रमुख विषयों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें (i) विकसित भारत@2047, (ii) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) पर विशेष ध्यान, (iii) बुनियादी ढांचा और निवेश, (iv) अनुपालन को कम करना, (v) महिला सशक्तिकरण, (vi) स्वास्थ्य और पोषण, (vii) कौशल विकास और (viii) क्षेत्र के विकास और सामाजिक बुनियादी ढांचे के लिए गति शक्ति शामिल हैं।

इस बैठक में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों/राज्यपाल/उपराज्यपालों, पदेन सदस्यों के रूप में केंद्रीय मंत्री और नीति आयोग के उपाध्यक्ष और अन्य सदस्य शामिल होंगे। नीति आयोग के अध्यक्ष के रूप में प्रधानमंत्री बैठक की अध्यक्षता करेंगे।

शासी परिषद की 8वीं बैठक की तैयारी के रूप में, दूसरा मुख्य सचिव सम्मेलन जनवरी 2023 में आयोजित किया गया था, जहां इन विषयों पर व्यापक चर्चा की गई थी। व्यापक जमीनी स्तर के दृष्टिकोण हासिल करने के लिए सम्मेलन से पहले विषय विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और चिकित्सकों के साथ व्यापक हितधारक परामर्श और विचार-मंथन सत्र आयोजित किए गए थे। मुख्य सचिवों के दूसरे सम्मेलन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भाग लिया। इस सम्मेलन में भारत सरकार के चुनिंदा सचिवों और सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों ने भाग लिया था, जिसमें उन्होंने विषयगत सर्वोत्तम प्रथाओं और नीतिगत अंतर्दृष्टि को साझा करके सक्रिय रूप से भाग लिया।

भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में अपने आर्थिक विकास के पथ पर अग्रसर है जहां यह अगले 25 वर्षों में त्वरित विकास का लक्ष्य प्राप्त कर सकता है। इस संदर्भ में, शासी परिषद की 8वीं बैठक 2047 तक विकसित भारत के लिए एक रूपरेखा तैयार करने का अवसर प्रदान करती है जिसमें केंद्र और राज्य टीम इंडिया के रूप में मिलकर काम कर सकते हैं। यह अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा क्योंकि भारत के सामाजिक आर्थिक विकास और परिवर्तन का दुनिया भर में सकारात्मक और गुणात्मक प्रभाव हो सकता है।

शासी परिषद की 8वीं बैठक भी भारत की जी-20 अध्यक्षता की पृष्ठभूमि में आयोजित की जा रही है। भारत का जी-20 आदर्श वाक्य ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ अपने सभ्यतागत मूल्यों और हमारे ग्रह के भविष्य को बनाने में प्रत्येक देश की भूमिका के बारे में अपनी परिकल्पना के बारे में जानकारी देता है। उभरती हुई दुनिया को भारत की मूल्य-आधारित नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता और बड़े पैमाने पर विकास प्रदान करने की क्षमता पर बहुत आशाएं हैं। इस विशिष्ट विकास का लक्ष्य प्राप्त करने में केंद्र और राज्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भारत का विकास राज्यों के विकास के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ है। इसी बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने 76वें स्वतंत्रता दिवस संबोधन में कहा था, ‘जब हमारे राज्य बढ़ते हैं, भारत बढ़ता है’। यह अगली तिमाही सदी के लिए भारत की समावेशी और टिकाऊ दृष्टिकोण की मार्गदर्शक भावना होगी। इस दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए, शासी परिषद की 8वीं बैठक केंद्र-राज्य सहयोग को मजबूत करने और विकसित भारत @ 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए साझेदारी बनाने के लिए एक मंच प्रदान करेगी।

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